scriptUP के अस्पताल में बिना इलाज मर गयी 4 साल की बच्ची, ड्यूटी से गायब थे सारे डॉक्टर | Minor Girl Died in Hospital Without Treatment in UP Ballia | Patrika News
बलिया

UP के अस्पताल में बिना इलाज मर गयी 4 साल की बच्ची, ड्यूटी से गायब थे सारे डॉक्टर

यूपी के बलिया में अस्पताल में नहीं मिला इलाज, घंटों इंतजार के बाद मर गयी चार साल की मासूम।

बलियाMar 25, 2018 / 11:07 pm

रफतउद्दीन फरीद

Ballia Hospital

बलिया अस्पताल

बलिया. यूपी के बलिया जिले में बदहाल चिकित्सा व्यवस्था का खामियाजा चार साल की मासूम जाह्नवी को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। बुखार में तप रही बेटी को लेकर अस्पताल में घंटों उसका पिता राम लखन चौहान इंतजार करता रहा, पर उसे वहां इलाज भी मयस्सर नहीं हुआ, क्योंकि मौके पर अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। बड़ी बात तो ये कि जब इस बाबत जिले में पहुंचे वहां के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने भी गोल-मोल जवाब देकर इसे टाल दिया। लोगों को जब इस मौत के बारे में पता चला तो गुस्साए स्थानीय लोगों ने इसे लेकर धरना-प्रदर्शन किया। इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसपी राय ने भी जो बयान दिया वह लीपापोती वाला ही था। उन्होंने कहा कि मैंने दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाई के आदेश दिये हैं।
 

बताया गया है कि बलिया जिले के रेवती निवासी राम लखन चौहान की चार साल की मासूम बेटी जाह्नवी को तेज बुखार था। रविवार को वह बेटी को लेकर सुबह-सुबह सात बजे ही रेवती स्थित सामुदायिक स्वाथ्य केन्द्र पहुंच गया। मरीज और तीमारदार तो सही समय से पहुंच गए पर डॉक्टर वहां मौजूद ही नहीं थे। अस्पताल में पूछने पर उसे इंतजार कराया जाता रहा। घंटों इंतजार के बाद जब आखिरकार बेटी जाह्नवी ने दम तोड़ दिया। जिस अस्पतालम में बेटी को इलाज करा स्वस्थ्य करने की उम्मीद लेकर आया था वही उसकी मौत का कारण बन गयी। बड़ी बात यह कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक शशि प्रकाश बलिया शहर में अपने मकान पर संडे इंज्वाय कर रहे थे। जब उनसे जाह्नवी की मौत की बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कह दिया कि लड़की मरी हुई लायी गयी थी। पर जब दूसरा सवाल यह किया गया कि जब आप ड्यूटी पर ही नहीं थे तो आप इतने यकीन से कैसे कह सकते हैं, इस पर वह जवाब भी नहीं दे सके।

इस बात की खबर जब स्थानीय लोगों को लगी तो उनके गुस्से का ठिकाना नहीं रहा। लोगों ने इसको लेकर अस्पताल परिवार में धरना-प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का कहना था कि स्वास्थ्य व्यवस्था की बेहतरी का जो दावा किया गया था वह फेल होता दिख रहा है। जब अस्पताल में डॉक्टर और दवाएं ही नहीं मौजूद रहेंगी तो बिल्डिंगें बनाकर क्या हो जाएगा।

उधर सरकार के एक साल उपलब्धियां गिनाने पहंचे जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा से जब इस पर सवाल किया गया तो उन्होंने भी इसपर गोलमोल ही जवाब दिया। कहा कि हमें पिछली सरकार से बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था मिली और हम उसे ठीक कर रहे हैं।
by Amit Kumar Tiwari
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