पूर्वांचल में यादव बहुल सीटों पर ही मायावती को मिली थी जीत
वही अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को मंत्रिमंडल में शामिल न करने पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि आजादी के बाद से ही पिछड़ों की उपेक्षा हुई है और आज भी हो रही है ये पिछड़े समझ नहीं पा रहे हैं । समय जब रह रहा है तब इनको अकल नहीं आ रही समय जब बीत जा रहा है तब इनको अकल आ रही है की इनको हिस्सेदारी नहीं मिली । चाहे अनुप्रिया जी हो चाहे नीतीश जी हो इनको पहले हिस्सेदारी तय कर लेना चाहिए की तब हम साथ रहेंगे । मंत्रिमंडल में 54 फीसदी हिस्सेदारी पिछड़ों की होनी चाहिए ।इसी साल जनवरी में यूपी की की राजनीति के दो कट्टर प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मिलकर आम चुनाव लड़ने का ऐतिहासिक फैसला लिया था। लेकिन चुनाव में इस गठबंधन को उम्मीद के मुताबिक उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
मायावती ने अखिलेश यादव और डिंपल यादव की तरफ से मिले सम्मान का जिक्र किया और साफ शब्दों में कहा कि अखिलेश-डिंपल से रिश्ते राजनीतिक स्वार्थ के लिए नहीं हैं और वो आगे भी जारी रहेंगे।