इसे भी पढ़ें बीजेपी विधायक का दावा, मैं इतना चरित्रवान और ईमानदार कि गंगा और घाघरा अपनी धारा बदल देंगे बलिया की कोपाचीट विधानसभा (अब फेफना) से लगातार चार बार विधायक बनकर मंत्री बनने वाले अंबिका चौधरी का विजय रथ 2012 में भाजपा के उपेन्द्र तिवारी ने रोका था। 2012 में कोपाचीट विधानसभा बदलकर फेफना विधानसभा हो चुकी है। नई विधानसभा बनने के बाद 2017 में दूसरे चुनाव में भी अम्बिका चौधरी को उपेन्द्र तिवारी से हार का सामना करना पड़ा। दोनों के बीच राजनैतिक प्रतिद्वन्दि्वता अब दुश्मनी में बदलती जा रही है। सियासी उठा-पटक अब रार में बदल रही है।
इसे भी पढ़ें फेसबुक पर प्यार, शादीशुदा महिला प्रेमी संग फरार, फोन पर पति से बोली, उसने पहली ही मुलाकात में मेरा दिल जीत लिया अम्बिका चौधरी के भाई सतीश चौधरी IMAGE CREDIT: उपेन्द्र तिवारी और अम्बिका चौधरी परिवार के बीच की रार काफी बढ़ गयी है। उपेन्द्र तिवारी के मंत्री बनते ही अम्बिका चौधरी के भाई सतीश चौधरी के वेयर हाउसमें ट्रांसपेर्टिंग और खाद्यान्न घोटाले की फाइलें खुल गयीं। इसके बाद सतीश चौधरी पर उपेन्द्र तिवारी को फोन पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा। अब सतीश चौधरी ने भी पलटवार किया है। उन्होंने मंत्री उपेन्द्र तिवारी के बड़े भाई कमलेश तिवारी की पत्नी मंजू तिवारी पर इंटर कॉलेज में गलत तरीके से नियुक्ति और मंत्री के प्रभाव से रुके हुए वेतन का गलत तरीके से भुगतान कराने का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि शिक्षा विभाग में गलत नियुक्ति कर लाभ पहुंचाया गया है।
इसे भी पढ़ें तबरेज लिंचिंग: सड़क पर उतरे हजारों मुसलमान, कहा तबरेज के हत्यारों को दें फांसी अम्बिका चौधरी (फाइल फोटो) IMAGE CREDIT: इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंजू तिवारी को अपना पक्ष रखने के लिये छह सप्ताह का समय दिया है। बताते चलें कि मंजू तिवारी की नियुक्ति परमहंस इंटर कॉलेज मझौली बलिया में 1990 में हुई थी, लेकिन उन्हें सल 2016 तक वेतन नहीं मिला। उपेन्द्र तिवारी के मंत्री बनने के बाद उन्हें एरियर के साथ पूरा वेतन मिला। सतीश चौधरी का दावा है कि मंत्री के दबाव में शिक्षा विभाग ने नियमों को ताक पर रखकर मंजू तिवारी को भुगतान किया है। सतीश चौधरी का कहना है मंत्री के प्रभाव में भुगतान गलत तरीके से किया गया है। केवल मंजू तिवरी ही नहीं, परिवार में और लोग भी हैं जिन्हें शिक्षा विभाग द्वारा में गलत नियुक्ति कर लभ पहुंचाया गया है। मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने अपने पद का दुरुपयोग कर परिवार को लाभ पहुंचाया है।
By Amit Kumar