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बालोद

शिक्षा विभाग की लापरवाही से सिर्फ पांच बच्चों के साथ इस जिले में शुरू हुई CBSE की पहली कक्षा, हाल है बेहाल

राज्य शासन से निर्देश अनुसार अभी एकमात्र स्कूल की शुरूआत की जा सकी है, वह भी कुर्मीपारा के प्राथमिक शाला के अतिरिक्त कमरे में पांच बच्चों के साथ।

बालोदJul 23, 2018 / 01:06 pm

Dakshi Sahu

patrika

शिक्षा विभाग की लापरवाही से सिर्फ पांच बच्चों के साथ इस जिले में शुरू हुई सीबीएसइ की कक्षा, हाल है बेहाल

बालोद. जिले के सभी पांचों ब्लॉक मुख्यालयों में सीबीएसई पाठ्यक्रम (अंग्रेजी माध्यम) आधारित प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल शुरू करना है। इसके लिए राज्य शासन से निर्देश अनुसार अभी एकमात्र स्कूल की शुरूआत की जा सकी है, वह भी कुर्मीपारा के प्राथमिक शाला के अतिरिक्त कमरे में पांच बच्चों के साथ।
शिक्षा विभाग की लेटलतीफी
जिले के अन्य ब्लॉक में स्कूल की शुरूआत नहीं हुई है। सभी स्कूलों को वर्तमान सत्र से शुरू करना है, लेकिन शिक्षा विभाग की लेटलतीफी के कारण ऐसा नहीं हो सका है। पालक भी अपने बच्चों को इन अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में प्रवेश दिलाने के इच्छुक हैं।
जिला मुख्यालय में नयापारा प्राथमिक शाला भवन में प्राथकि एवं आमापारा मिडिल स्कूल में कक्षाएं प्रारंभ करने जून के अंतिम सप्ताह में शिक्षा विभाग से जानकारी मिली। इसी तरह गुरुर, गुंडरदेही, डौंडी, डौंडीलोहारा ब्लॉक में पहली एवं छठवीं से अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं शुरू करनी है।
25 शिक्षक ही मिल पाए
अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के लिए 35 शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है, लेकिन जिले में मात्र 25 शिक्षक ही मिल पाए हैं। उन्हें प्रशिक्षण के लिए अंजोरा के लिए भेजा गया है। इस दौरान शिक्षा विभाग को संचालन के लिए जरूरी व्यवस्थाओं पर ध्यान दिया जाना था, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।
5 बच्चों ने लिया प्रवेश
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बालोद ने निर्धारित स्कूलों का अवलोकन करने पर पाया कि जिन भवनों का चयन किया गया है, वे अत्यंत जर्जर स्थिति में हैं। ब्लॉक शिक्षाधिकारी कुर्मी पारा प्राथमिक शाला के अतिरिक्त भवन को मिडिल स्कूल के लिए निर्धारित किया।
शुरू हुई पढ़ाई
इसमें टेबल व बेंच की व्यवस्था कर पांच बच्चों के साथ शुक्रवार से पढ़ाई शुरू कर दी। वहीं बच्चों का प्रवेश जारी है। वहीं प्राथमिक शाला जवाहरपारा के अतिरिक्त कमरों की साफ-सफाई करवाई जा रही है। इसमें छठवीं की कक्षाएं शुरू करनी हैं। अब तक बीईओ कार्यालय में 3 एवं 2 बच्चों ने प्रवेश लिया है।
टेबल व बेंच की व्यवस्था बाकी
स्कूल में पदस्थ शिक्षक ने इस संबंध में बताया कि टेबल व बेंच की व्यवस्था होते ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल जल्द शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पांचवीं तक हिंदी माध्यम में पढ़े बच्चे भी कक्षा छठवीं में प्रवेश ले सकते हैं।
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