दिव्यांगों के लिए की जाएगी विशेष व्यवस्था
समाज कल्याण विभाग द्वारा जिले भर के लगभग 400 दिव्यांग मतदाताओं को बुलाया गया था, जहां उन्हें मतदान किस तरह किया जाए इसकी जानकारी दी गई। मास्टर ट्रेनर एलके गवेल ने बताया मतदान केन्द्रों में दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी, चाहे कितनी लंबी कतार मतदान केंद्रों में हो, पर अगर इस दौरान कोई दिव्यांग मतदाता पहुंचे तो उसे सबसे पहले मतदान करने मौका दिया जाएगा। उन्हें तत्काल राहत देने की व्यवस्था रहेगी।
नेत्रहीन मतदाता अपने साथ ला सकते हैं विश्वासपात्र साथी
इधर दिव्यांगों ने मास्टर ट्रेनर से सवाल किया कि मतदान केंद्रों में हमें किस तरह से मतदान करना है इसकी जानकारी नहीं है। अगर नेत्रहीन हैं तो कैसे मतदान करेंगे। पहले तो मास्टर ट्रेनर भी इन सवालों का जवाब नहीं दिया, फिर बोले इस स्थिति में दिव्यांग मतदाता अपने विश्वास पात्र व्यक्ति को लाकर मतदान कर सकते हैं। इस दौरान दिव्यांगों ने केंद्र में उन्हें होने वाली परेशानी को भी बताया, जिन्हें अधिकारियों ने तत्काल दूर करने की भी बात कही। इधर समाज कल्याण विभाग ने लोक कला संस्था सुरमोहनी की भी प्रस्तुति कर लोगों को मतदान करने के तरीके बताए। स्वच्छता की जानकारी भी नुक्कड़ नाटक के जरिए दी।
जिले के 810 में से 99 मतदान केंद्र हैं अतिसंवेदनशील
बालोद . विधानसभा निर्वाचन के लिए जिले में 810 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 410 सामान्य मतदान केंद्र्र, 99 अतिसंवेदनशील, 300 संवेदनशील और एक क्रिटिकल मतदान केंद्र के रूप में चिन्हित किए गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी किरण कौशल ने जानकारी दी है कि विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 59 संजारी बालोद में 257 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसमें 131 सामान्य, 10 अति संवेदनशील, 115 संवेदनशील और एक क्रिटिकल मतदान केंद्र के रूप में चिन्हित किए गए हैं। विस क्षेत्र 60 डौंडीलोहारा में 267 मतदान केंद्र हैं, जिसमें 119 सामान्य, 89 अतिसंवेदनशील व 59 संवेदनशील चिन्हित किए गए हैं। विस क्षेत्र 61 गुंडरदेही में 286 केंद्र हैं, जिसमें 160 सामान्य व 126 संवेदनशील हैं।