इसी क्रम में के्रडा द्वारा शिक्षकोंं केे सहयोग से कक्षा 6 वीं से 11 वीं तक के विद्यार्थियों केे लिए प्रश्नोत्तरी, स्लोगन, लेखन व चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें 100 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में के्रडा के अधिकारी द्वारा बताया गया कि ऊर्जा संरक्षण का सीधा मतलब है ऊर्जा का बचाव, ऊर्जा के सभी स्रोत जैसे पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, लकड़ी, बिजली आदि सभी सीमित मात्रा में हैं और अगर हम लोग ऐसे ही बहुत तेजी से इन्हें उपयोग करते जाएंगे तो जल्द ही एक ऐसा समय आएगा जब ऊर्जा के संसाधन खत्म हो जाएंगे। इसलिए ऊर्जा के इन सभी संसाधनों का बचाव करना ही होगा। उन्होंने कहा ऊर्जा संरक्षण से पैसा व समय के साथ साथ पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है। यह काम सिर्फ एक आदमी के बस का नहीं है बल्कि हम सभी को इसमें अपना योगदान देना होगा। तब जाकर हम कुछ ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा दे पाएंगे।
क्रेडा के जिला प्रभारी ने बताया कि स्कूलों के छात्र जागरूक होंगे तो समाज में ऊर्जा संरक्षण का संदेश जाएगा। प्रतियोगिताओं के अलावा स्कूलों में ऊर्जा क्लब का गठन भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में डीएवी स्कूल में दो शिक्षकों को ऊर्जा गुरू एवं 7 विद्यार्थियों को ऊर्जा संरक्षक बनाकर जागरूकता की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में शिक्षक एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थेे।