बस स्टैंड में अकेली बैठी थी नाबालिग बालिका
जानकारी के अनुसार बीती रात करीब 11 बजे दल्लीराजहरा बस स्टैण्ड में 15 वर्ष की एक बालिका अकेली बैठी हुई थी जिस पर एक स्थानीय युवक की नजर पड़ी और उसने थाना प्रभारी को इसकी सूचना दी। सूचना पर थाना प्रभारी कुमार गौरव साहू ने पहुंचकर पूछताछ की तो नाबालिग ने डौंडीलोहारा क्षेत्र के कामता गांव का निवासी होना बताया। पूछताछ के दौरान उसके माता-पिता की जानकारी मिलने पर तत्काल उसके परिजनों को सूचित किया गया।
थाना प्रभारी ने दी प्रोत्साहन राशि
पूछताक्ष में पता चला कि वह कक्षा 9 वीं में 83 प्रतिशत अंक अर्जित कर उत्तीर्ण हुई थी जिस पर थाना प्रभारी ने बतौर प्रोत्साहन राशि 500 दिए और आगे की पढ़ाई कर माता-पिता और जिले का नाम रौशन करने की प्रेरणा दी। नाबालिग को उसके माता-पिता के सुपुर्द किया गया।
बच्चों को पाकर भावुक हुए माता-पिता
सोमवार को दल्लीराजहरा निवासी अनिल साहू ने दोपहर लगभग 12 बजे थाने में अपने 3 वर्ष एवं 5 वर्ष के बच्चों के गायब होने की जानकारी दी। नगर मेें सर्चिंग के दौरान गन्ना रस की एक दुकान के पीछे उन्हें 3 वर्ष का एक बच्चा बैठा दिखाई दिया। जिसकी पहचान लापता योगेश साहू के रूप में हुई। इसके कुछ देर बाद ही नगर के मोती होटल से दूसरे बच्चे 5 वर्षीय जय कुमार साहू को भी सकुशल पाया गया। इस तरह दोनों लापता बच्चों के मिलने के बाद उनके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया। गौरतलब है कि 3 माह के भीतर लापता हुए ऐसे ही कुल 7 बच्चों की पतासाजी कर दल्लीराजहरा थाने द्वारा उनके माता-पिता को सुपुर्द किया जा चुका है।