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बालोद

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना : सरकारी शादी में नहीं लोगों की रुचि, नहीं मिल रहे जोड़े

बालोद जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का बुरा हाल है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत सम्मानजनक सहायता राशि मिलने के बाद भी शासन व महिला बाल विकास विभाग बीते 14 वर्षो में मात्र 2,731 युवक-युवतियों के हाथ पीले कर पाई है।

बालोदJan 22, 2020 / 10:34 pm

Chandra Kishor Deshmukh

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना : सरकारी शादी में नहीं लोगों की रुचि, नहीं मिल रहे जोड़े

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना : सरकारी शादी में नहीं लोगों की रुचि, नहीं मिल रहे जोड़े

बालोद @ patrika. जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का बुरा हाल है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत सम्मानजनक सहायता राशि मिलने के बाद भी शासन व महिला बाल विकास विभाग बीते 14 वर्षो में मात्र 2,731 युवक-युवतियों के हाथ पीले कर पाई है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सेक्टर सुपरवाइजर गांव-गांव कर रहे तलाश
जिले में अब सरकारी शादी में लोग ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे है। इस साल भी मार्च के प्रथम सप्ताह में विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शादी कराने की तैयारी चल रही है। विभाग गांव-गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सेक्टर सुपरवाइजरों के माध्यम से दूल्हा-दुल्हन की तलाश करने में लगे हुए है। सरकारी शादी के लिए दूल्हा व दुल्हन ढूंढने में उनके पसीने छूट रहे हैं। सरकार इस शादी के लिए गरीब, इच्छुक वर-वधु को सहायता राशि भी देती है। सन् 2017 में सबसे ज्यादा शादी कराने के बाद अब लोग सरकारी शादी से दूरी बनाने लगे है। विभाग द्वारा लगातार प्रचार-प्रसार के बाद भी लोग ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
उद्देश्य-गरीब, बेसहारा व जरूरतमंदों को मिले सहयोग
शासन ने सन् 2005 से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्ेश्य सिर्फ यही है गरीब, बेहसारा व जरूरतमंदों को बेटियों की शादी कराने में परेशानी न हो। उनकी परेशानियों को देखते हुए शासन ने यह योजना लागू की है।
मार्च में संभावित है सामूहिक विवाह
महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शादी कराई जाएगी। अभी से विभाग शादी के लिए शादी योग्य वर-वधु की तलाश में लगा हुआ है। विभागीय जानकारी के मुताबिक इस बार महिला बाल विकास विभाग द्वारा यह शादी मार्च में कराने की तैयारी है। वर्तमान में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के कारण ही अभी वर वधु ढूंढने का काम धीमी होने के साथ विभाग को परेशानी भी हो रही है।
14 साल में 2,731 की शादी कराई विभाग ने
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सन 2005 में लागू हुआ है सन् 2005 से अब तक महिला बाल विकास विभाग ने योजना के तहत कुल 2,731 लोगों की शादी कराई जा चुकी है। सबसे ज्यादा शादी सन् 2017 में 1702 लोगों की हुई है। उसके बाद से लोग सरकारी शादी में रुचि नहीं ले रहे हैं। सन 2018 में 68 व 2019 में भी 82 ही लोगों ने इस योजना के तहत शादी की है।
जाने किस वर्ष में कितनी हुई शादी
सन् 2005-06 में 84, 2006-07 में 53, सन् 2007-08 में 80, सन् 2008-09 में 53, सन् 2009-10 में 136, सन् 2010-11 में 8, 2011-12 में 68, सन् 2012-13 में 112, सन् 2013-14 में 49, सन् 2014-15 में 136, सन् 2015-16 में 100, सन् 2016 -17 में 1702, सन् 2017-18 में 68 और सन् 2018-19 में 82 शादी हुई।
योजना का लाभ व उद्देश्य बताने में जुटा विभाग
महिला बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सेक्टर अधिकारियों से मिलकर गांव गांव में जाकर शादी योग्य युवक युवतियों की तलाश कर रही है। इसके लिए विभाग पहले तो लोगों को योजना के बारे में जानकारी देकर मिलने वाले लाभ भी बता रहे हैं। ताकि योजना का लाभ व उद्देश्य जानकर लोग शादी के लिए तैयार हो जाएं।
संभवत: मार्च में होगी शादी
महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी एचआर राणा ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत इस बार भी शादी कराई जाएगी। इसकी तैयारी चल रही है। संभवत: चुनाव खत्म होने के बाद मार्च में शादी होगी। शादी के लिए वर वधु ढूंढ़ रहे हैं।

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