scriptअधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में, सरकारी दफ्तर रहे वीरान | Officer-employee in election duty, government office deserted | Patrika News
बालोद

अधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में, सरकारी दफ्तर रहे वीरान

बालोद जिले के डौंडी और डौंडीलोहारा ब्लॉक में मंगलवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का असर शासकीय विभागों में देखने को मिला। तहसील समेत विभिन्न सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों कर्मचारियों के नहीं रहने से लगभग वीरानी छाई रही। सरकारी कार्यालयों में अवकाश जैसा माहौल रहा।

बालोदJan 28, 2020 / 10:48 pm

Chandra Kishor Deshmukh

अधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में, सरकारी दफ्तर रहे वीरान

अधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में, सरकारी दफ्तर रहे वीरान

बालोद @ patrika. जिले के डौंडी और डौंडीलोहारा ब्लॉक में मंगलवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का असर शासकीय विभागों में देखने को मिला। तहसील समेत विभिन्न सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों कर्मचारियों के नहीं रहने से लगभग वीरानी छाई रही। सरकारी कार्यालयों में अवकाश जैसा माहौल रहा।
सरकारी दफ्तरों में छाया रहा सन्नाटा
तहसील एवं न्यायालय रोज की अपेक्षा भीड़़ कम रही। सिंचाई विभाग, बाल विकास परियोजना कार्यालय, पशु चिकित्सालय, तहसील, खंड विकास अधिकारी कार्यालय समेत विभिन्न सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा पसरा रहा। सभी विभागों के अधिकारी, कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में व्यस्त रहे। दूर दराज से विभागीय कार्य से आए लोगों को बिना काम वापस लौटना पड़ा।
एक हजार से ज्यादा कर्मचारी चुनाव में
दरअसल डौंडी व डौंडीलोहारा ब्लॉक में जिला, जनपद, पंच व सरपंच चुनाव के लिए मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए एक हजार से ज्यादा अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई। सभी अधिकारी कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में होने के कारण दफ्तर सुने रहे।
पशु चिकित्सक चुनाव में, तड़पडी रही गर्भवती गाय
पंचायत चुनाव में पशु चिकित्सकों की भी ड्यूटी लगाई गई जिससे पशुपालकों को उपचार में परेशानी हुई। सोमवार शाम 7 बजे जिला मुख्यालय में एक गर्भवती गाय बीमार हो गई। नगर के शुभम साहू व अन्य युवाओं ने गाय के इलाज के लिए पशु चिकित्सकों से संपर्क किया। सभी चुनाव कार्य में व्यस्त थे। बाद में बीमार गाय को गौशाला ले जाया गया जहां जिला मुख्यालय के पशु चिकित्सक डॉक्टर देवांगन ने इलाज किया। इस दौरान युवाओं ने कहा चिकित्सकों की ड्यूटी चुनाव कार्य में नही लगाना चाहिए। कई बार समय पर चिकित्सक नहीं मिलने से मवेशियों की मौत भी हो जाती है।

Home / Balod / अधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में, सरकारी दफ्तर रहे वीरान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो