traffic road safety week यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने राष्ट्रीय यातायात सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन हर साल किया जाता है, मगर बीते साल हुए सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े ने लोगों को झकझोर दिया है।
बालोद•Jan 15, 2024 / 05:57 pm•
Chandra Kishor Deshmukh
आखिर क्यों…यातायात विभाग द्वारा जागरूकता के बाद भी नहीं चेत रहे लोग
बालोद. यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने राष्ट्रीय यातायात सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन हर साल किया जाता है, मगर बीते साल हुए सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े ने लोगों को झकझोर दिया है। नए साल में भी सड़क दुर्घटनाओं में अभी तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है।
सड़क पर संभलकर चलिए
जिले की सड़कों पर चलना है तो जरा संभलकर चलिए। इन दिनों लगातार सड़क दुर्घटना से सड़क लाल हो रही है। दुर्घटना रोकने पुलिस लगातार प्रयास व जागरूकता अभियान चला रही है। इसके बावजूद हादसे बढ़ रहे हैं। जनवरी से दिसंबर तक जिले में लगभग 375 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें कुल 163 लोगों की मौत हुई है। 409 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
दुर्घटना का कारण शराब व तेज रफ्तार
जिले में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े को देखा जाए तो बड़ी दुर्घटना अक्सर रात में हो रही है। शराब पीकर वाहन चलाना एवं तेज रफ्तार वाहन चलाना भी बड़ा कारण है।
सिर पर चोट लगने के कारण ज्यादा मौतें
अब तक पुलिस जांच में सबसे ज्यादा मौत सिर में चोट लगने व लापरवाहीपूर्वक व नशे में वाहन चलाने से हुई हैं। बाइक चालक और राहगीर जितनी भी सावधानी से वाहन चलाएं, तेज रफ्तार बड़े वाहन के कारण दुर्घटनाएं हो रही है।
जिले में चालानी कार्रवाई का कोई असर नहीं
यातायात पुलिस व पुलिस विभाग लगातार लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई कर रहा है। वाहन चालकों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। नतीजा यह है कि जिले में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा।
2023 में किस माह कितनी दुर्घटना
माह – हादसे – मौत – घायल
जनवरी – 37 – 10 – 35
फरवरी – 35 – 15 – 39
मार्च – 27 – 19 – 49
अप्रैल – 37 – 19 – 34
मई – 44 – 30 – 55
जून तक – 29 – 9 – 22
जुलाई – 30 – 13 – 33
अगस्त – 26 – 7 – 26
सितंबर – 27 – 10 – 32
अक्टूबर – 28 – 9 – 22
नवंबर – 27 – 8 – 33
यातायात नियमों का करें पालन
यातायात प्रभारी बालोद राकेश ठाकुर की माने तो सड़क हादसे में अधिकतर मौत सिर में चोट लगने के कारण होती है। शराब के नशे में वाहन चलाना व तेज रफ्तार वाहन चलाना भी हादसे का प्रमुख कारण है। लोग स्कार्फ को हेलमेट न समझें बल्कि हेलमेट लगाकर वाहन चलाएं। यातायात नियमों का पालन करें।
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