जेल से निराश लौटी बहनें
जेल में बंद कैदी भाइयों को उनकी बहनें राखी नहीं बांध पाई। जेल प्रबंधन ने जेल के बाहर सूचना बोर्ड लगाकर कैदियों से नहीं मिलने का कारण कोरोना संक्रमण बताया। रक्षाबंधन पर्व के दिन कैदियों को राखी बांधने और उनसे मुलाकात करने सैकड़ों परिजन बालोद के उपजेल में पहुंचते रहे, लेकिन मायूस होकर लौटना पड़ा। जेल में बंद कैदियों को उनकी बहनें राखी नहीं बांध पाई। केवल औपचारिकता के रूप में राखी और मिठाई जेल पहरी के हाथों में देते हुए नजर आई। हालांकि कैदियों से खिड़की के पास समय निर्धारित कर मुलाकात करने दिया गया।
बहन को उपहार में दिया तिरंगा
बहन अपने भाई को राखी बांधती हैं तो भाई उन्हें कीमती उपहार देते हैं। बालोद जिले के पर्यावरण प्रेमी भोज साहू ने अपनी बहन फलेश्वरी साहू को रक्षाबंधन पर एक पीपल का पौधा भेंटकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है। साथ ही आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत बहन को तिरंगा उपहार में दिया। सभी लोगों से अपने घर में तिरंगा फहराने की अपील की।
पौधा व तिरंगा उपहार में पाकर बहन भी गदगद
बहन फलेश्वरी ने बताया कि उनके भाई के हाथों से पौधा और तिरंगा उपहार मिलने पर वे गदगद हो गई। बहन ने भाई के हाथों में तिरंगा डिजाइन में राखी बांधी। इस तरह भाई-बहन ने आम लोगों से अपील की कि हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाएं।
बेटा वृक्षांश भी चला रहा है जागरुकता अभियान
उनका चार वर्षीय पुत्र वृक्षांश भी अपनी छोटी साइकिल पर नारा स्लोगन लिखकर हर घर तिरंगा अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रहा है।
हर्राठेमा स्कूल में मनाया पर्व
शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हर्राठेमा में रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की पूजा कर राखी बांधी। एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। भाई ने अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हुए उपहार दिया। सांस्कृतिक प्रमुख सीएल कलिहारी ने रक्षाबंधन का त्यौहार मनाने की वजह बताई। राजा बलि व वामन अवतार भगवान विष्णु की कथा को संक्षिप्त रूप से लोगों के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के पवित्र प्रेम को दर्शाता है। यह हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है।
राखी बनाओ प्रतियोगिता में वंदना ग्रुप प्रथम
राखी बनाओ प्रतियोगिता भी हुई। वंदना ग्रुप ने प्रथम, कशिश ग्रुप ने द्वितीय व लिसा तनुजा ग्रुप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में द्रोपति सिंह, रेणुका यादव, खेमिन भंडारी, गीता देवांगन, मिलेंद चंद्राकर, प्रदीप निषाद, प्रयाग राज ठाकुर आदि ने सहयोग दिया। प्रभारी प्राचार्य के वर्मा ने रक्षा सूत्र के महत्व को दर्शाते हुए बच्चों को शुभ आशीर्वाद प्रदान किया। संचालन शिक्षक चमन कलिहारी ने किया।