मिली जानकारी के अनुसार यह घटना बालोद जिले के गुरुर विकासखण्ड के ग्राम दानीटोला का है। सादगीपूर्ण तरीके से मात्र आधे घंटे में ही शादी की सभी रस्मो, रिवाज पूरे कर दुल्हन को विदा किया गया। गिने-चुने स्थानीय ग्रामीणों के बीच यह शादी हुई। मंगलवार को हुए इस अनोखे विवाह की चर्चा अब पूरे प्रदेश में है। परिवार तय समय में बेटी की शादी हो जाने से बेहद खुश है। दुल्हन के परिजनों ने बताया कि अचानक कोरोना के चलते लॉकडाउन लग जाने के कारण वे सकते में थे कि आखिर किस तरह बेटी की शादी करेंगे। जब दूल्हे ने स्वयं सामने आकर सादे समारोह में शादी का प्रस्ताव दिया तो पूरे परिवार ने एक पल में ही सहमति दे दी। तय समय में सबकुछ अच्छा हो गया।
दूल्हा बीरेंद्र मरकाम, पिता डूंगा निवासी ग्राम पेंटा जिला सुकमा का रहने वाला है। उसकी शादी दानीटोला (दरगहन) निवासी मनीषा नेताम से हुई है। बीरेंद्र की पदस्थापना धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में है। ऐसे में दूल्हे ने तय समय में शादी करने का फैसला किया। लॉकडाउन में सादे तरीके से शादी करके दुल्हन को अपने साथ ले गया। एसटीएफ जवान की इस पहल की जिलेभर में तारीफ हो रही है। दुल्हन को ससुराल पहुंचाने लड़की के परिवार के कुछ लोग उनके साथ गए हैं।