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बालोद

सरकार सिर्फ स्कूल में बैठने के लिए वेतन नहीं देती, बच्चों को अच्छी और नैतिक शिक्षा देना हमारी जिम्मेदारी

बच्चों को नैतिक शिक्षा देना, हम सबकी जवाबदारी है। सभी अपनी जिम्मेदारी को समझें और काम करें। हमें सरकार सिर्फ स्कूल में बैठने के लिए वेतन नहीं देती है। वेतन बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए मिलता है।

बालोदSep 17, 2018 / 12:51 am

Chandra Kishor Deshmukh

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सरकार सिर्फ स्कूल में बैठने के लिए वेतन नहीं देती, बच्चों को अच्छी और नैतिक शिक्षा देना हमारी जिम्मेदारी

बालोद. जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष चावरे ने शनिवार को प्रधानपाठकों और शिक्षकों की दो घंटे तक क्लास ली। इतनी लंबी क्लास अभी तक नहीं ली गई है। बैठक जिला शिक्षा अधिकारी के सभागार में हुई। उन्होंने स्कूलों की छुट्टी के बाद प्रधानपाठकों और शिक्षकों को बुला लिया।
हर बच्चों की गतिविधि पर रखे नजर
उन्होंने साफ कहा कि स्कूल के बच्चों को नैतिक शिक्षा देना, हम सबकी जवाबदारी है। सभी अपनी जिम्मेदारी को समझें और काम करें। हमें सरकार सिर्फ स्कूल में बैठने के लिए वेतन नहीं देती है। वेतन बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए मिलता है। स्कूलों में हर बच्चों की गतिविधि पर बराबर निगरानी रखने और साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
शिक्षकों और प्रधान पाठकों से पूछा पूर्व ज्ञान का मतलब
जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों और प्रधान पाठकों से पूछा कि पूर्व ज्ञान का मतलब क्या है, जब वे नही बता पाए तो कहा कैसे पा ली बीएड की डिग्री। उन्होंने स्कूलों में शौचालय की सफाई, भोजन वितरण के समय बच्चों की स्वच्छता, सप्ताह में एक दिन बच्चों के नाखून की जांच करने के निर्देश भी दिए।
हर माह होगी बैठक
उन्होंने सभी शिक्षकों को डायरी बनाने के निर्देश दिए और कहा कि हर माह बैठक लूंगा डायरी में संकुल का दर्पण रखें स्कूल की स्थिति की जानकारी लूंगा। उन्होंने कहा कि स्कूल में कितने बच्चे हिंदी, अंग्रेजी नही पढ़ पाते उसे बताएंगे। कितने बच्चे अटक के हिंदी व अंग्रेजी पड़ते हैं। उसकी भी जानकारी दें और उस बच्चे पर फोकस करें।
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पीछे बैठ मोबाइल में व्यस्त थे शिक्षक
बैठक में जहां जिला शिक्षा अधिकारी कई जरूरी बात कर रहे थे तो एक शिक्षक डायरी पेन छोड़ मोबाइल में व्यस्त थे। काफी देर तक यह शिक्षक मोबाइल में ही बिजी रहे। फिलहाल नए जिला शिक्षा अधिकारी के आने से अभी से शिक्षकों में हड़कंप है और अभी से चौकन्ने हो गए हैं।
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