बालोद मुख्य नगर पालिका अधिकारी विकास पाटले एवं सिटी मिशन मैनेजर शरद कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से बताया है कि फुटपाथ पर कारोबार करने वाले लोगोंक को दस हजार रुपए ऋण दिया जाएगा। शहरी पथ विक्रेता सड़क किनारे पसरा, रेहड़ी या ठेला लगाकर अपना व्यवसाय करते हुए आमजन को सस्ते दामों पर रोजमर्रा का सामान उपलब्ध कराते हैं। इसी से अपना और अपने परिवार का भरण पोषण भी करते हैं। कोविड 19 संक्रमण काल मे लॉकडाउन अवधि में इन शहरी पथ विक्रेताओं का व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ है जिसे पुन: पटरी पर लाने केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री शहरी पथ विक्रेता आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि )की शुरुआत की गई है।
इसमें ऐसे पथ विक्रेता जिन्हें रोलंग के लिए अधिकतम 10 हजार रुपए तक ऋण की आवश्कता है उन्हें राष्ट्रीयकृत बैंकों या माइक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से ऋण उप्लब्ध करवाया जाएगा। यह ऋण केवल एक साल के लिए होगा। नियमित पुनर्भुगतान करने वाले हितग्राहियों को शासन की ओर से ब्याज अनुदान के रूप में 7 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इस योजना में कोई पूंजीगत अनुदान नहीं है।