मिली जानकारी के मुताबिक गर्मी में निस्तारी के लिए बालोद, दुर्ग व बेमेतरा जिले के लगभग 900 तालाबों को भरने के लिए सिंचाई विभाग ने 4 अप्रैल को जलाशय का द्वार खोला था। अब तक 1900 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है।
जानकारी अनुसार तीनों जिलों के ज्यादातर तालाब भर गए हैं। ऐसे में जलाशयों के द्वार क्रमश: बंद किए जा रहे हैं। सोमवार को भी नहर के एक द्वार को बंद किया गया। मुख्य द्वार से अब 500 क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है। इसके बाद अब द्वार को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।
निस्तारी के लिए पानी छोडऩे से पहले तांदुला जलाशय में 23 फीट पानी था। तीन दिनों तक छोड़े गए पानी के बाद तांंदुला जलाशय में अब मात्र 15 फीट पानी बचा हुआ है। जानकारी अनुसार यह पानी भिलाई इस्पात संयंत्र के साथ बहुत जरूरी की काम के लिए रिजर्व रखा गया है।
सिंचाई विभाग के एसडीओ सीएम मौरवी ने बताया तांदुला और गोंदली दोनों जलाशय के गेट धीरे-धीरे बंद किए जा रहे हैं। कुछ दिनों में दोनों जलाशयों के मुख्य गेट बंद कर दिए जाएंगे।