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जनपद पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा, लगातार चार चुनावों में हार के बाद कांग्रेस की रणनीति पर प्रश्नचिह्न

locationबलोदा बाज़ारPublished: Feb 13, 2020 07:31:06 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

लोकसभा चुनावों के बाद नगर पालिका चुनाव तथा अब जनपद पंचायत के चुनावों में विजय ने जहां भाजपा को एकजुट तथा उत्साहित कर दिया है। वहीं लगातार चार चुनावों में हार के बाद कांग्रेस की सारी रणनीति फेल साबित हो रही है। पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी अब स्पष्ट रूप से नजर आ रही है।

जनपद पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा, लगातार चार चुनावों में हार के बाद कांग्रेस की रणनीति पर प्रश्नचिह्न

जनपद पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा, लगातार चार चुनावों में हार के बाद कांग्रेस की रणनीति पर प्रश्नचिह्न

बलौदा बाजार. नगर पालिका अध्यक्ष बलौदा बाजार के चुनाव के एक माह बाद गुरुवार को बलौदा बाजार जनपद पंचायत अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष के लिए चुनाव हुआ। परंतु कांग्रेस की सारी रणनीति फिर से एक बार भाजपा तथा छजकां विधायक की रणनीति के सामने फेल हो गई। जनपद पंचायत में भाजपा तथा छजकां की टीम ने विजय प्राप्त की। जनपद पंचायत अध्यक्ष बलौदा बाजार के पद पर भाजपा समर्थित सुमन योगेश वर्मा विजयी हुई। वहीं उपाध्यक्ष पद पर छजकां समर्थित जनपद सदस्य ईशान वैष्णव विजयी हुए।

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लोकसभा चुनावों के बाद नगर पालिका चुनाव तथा अब जनपद पंचायत के चुनावों में विजय ने जहां भाजपा को एकजुट तथा उत्साहित कर दिया है। वहीं लगातार चार चुनावों में हार के बाद कांग्रेस की सारी रणनीति फेल साबित हो रही है। पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी अब स्पष्ट रूप से नजर आ रही है।

परमेश्वर यदु का कांग्रेस प्रवेश भी काम ना आया

गुरुवार को जनपद पंचायत बलौदा बाजार के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए हुए चुनाव एक माह पूर्व नगर पालिका बलौदा बाजार के चुनाव की ही कापी नजर आए। जनपद पंचायत बलौदा बाजार में कुल सदस्यों की संख्या 25 थी जिसमें भाजपा तथा कांग्रेस की सीट लगभग बराबर थी।

जिसकी वजह से अध्यक्ष चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता थी। चुनाव के ऐन पूर्व पंचायत क्षेत्र के दिग्गज नेता परमेश्वर यदु के कांग्रेस प्रवेश ने कांग्रेस को बढ़त भी दे दी थी। परंतु स्थानीय विधायक प्रमोद शर्मा तथा भाजपा के शीर्ष नेताओं की संयुक्त टीम तथा जबर्दस्त रणनीति ने कांग्रेस के सारे गणित को फेल साबित कर दिया।

मात्र एक-एक मत से जीते अध्यक्ष-उपाध्यक्ष

गुरुवार को जनपद पंचायत के लिए कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष पद के लिए ललिता परमेश्वर यदु तथा भाजपा की ओर से सुमन योगेश वर्मा का नाम घोषित किया गया। इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस से आर्यन शुक्ला तथा भाजपा की ओर से छजकां समर्थित ईशान वैष्णव का नाम घोषित किया गया।

निर्वाचन अधिकारी एसडीएम लवीना पाण्डेय के निर्देशन में नामांकन की सारी प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद मतदान किया गया। मतदान के बाद मतगणना के बाद परिणामों की घोषणा की गई। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए भाजपा समर्थित सुमन योगेश वर्मा तथा उपाध्यक्ष के लिए ईशान वैष्णव ने एक-एक मतों से विजय प्राप्त की।

सुमन-ईशान को 13-13 व ललिता-आर्यन को 12-12 मत मिले

अध्यक्ष पद के लिए ललिता परमेश्वर यदु को 12 मत तथा भाजपा की ओर से सुमन योगेश वर्मा को 13 मत प्राप्त हुए। इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद हेतु कांग्रेस से आर्यन शुक्ला को 12 मत तथा भाजपा की ओर से छजकां समर्थित ईशान वैष्णव को 13 मत प्राप्त हुए।

जिला मुख्यालय के जनपद पंचायत में जोरदार जीत के बाद उत्साहित भाजपा तथा छजकां कार्यकर्ताओं ने जनपद पंचायत के सामने जमकर आतिशबाजी की तथा नारेबाजी की। जीत के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुमन योगेश वर्मा ने जनपद पंचायत परिसर में उपस्थित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं तथा कार्यकर्ताओं से भेंट की तथा आशीर्वाद लिया।

भाजपा के आला नेता रहे उपस्थित

जनपद पंचायत अध्यक्ष चुनावों के दौरान पूर्व विधायक लक्ष्मी बघेलए जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ.सनम जांगड़े, नगर पालिका अध्यक्ष चितावर जायसवाल, पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष नंदकुमार साहू, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष सुलोचना यदु, मण्डल अध्यक्ष संकेत शुक्ला, पवन वर्माए पार्षद रोहित साहू, नीलम सोनी, जनपद सदस्य राधा बघेल, कृष्णा अवस्थी, पूर्व पार्षद राकेश ध्रुव, योगेश वर्मा, धनंजय साहू, प्रमोद सांखला, रितेश श्रीवास्तव, राहुल सोनी, प्रणव अवस्थी समेत बड़ी संख्या में भाजपा तथा छजकां के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

लगातार चार पराजय से कार्यकर्ता नाराज

विधानसभा फिर लोकसभा, नगर पालिका के बाद जनपद पंचायत चुनाव यानी लगातार चार चुनावों में पराजय के बाद कांग्रेस की रणनीति लगातार फेल साबित हो रही है तथा ऊपर से ऑल इज वेल का संदेश देने वाली कांग्रेस नेताओं की अंदरूनी गुटबाजी अब सतह पर नजर आ रही है।

जिसकी वजह से कांग्रेस को लगातार एक के बाद एक चुनाव में हार का दंश झेलना पड़ रहा है। इसी वर्ष नगर पालिका चुनावों के बाद जनपद पंचायत चुनाव में भाजपा तथा छजकां विधायक के नेतृत्व में जोरदार रणनीति रही तथा भाजपा पूरी तरह से एकजुट नजर आई। वहीं कांग्रेस की एकजुटता फिर से बिखरी रही। जिसके बाद कार्यकर्ताओं में आक्रोश भी अब नजर आने लगा है।

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