दरअसल सुभाषनगर अंबिकापुर में रहने वाला युवक गत वर्ष नवंबर माह में काम दिलाने का झांसा देकर दिल्ली ले गया था और यहां कमीशन लेकर महिला व एक व्यक्ति के पास छोड़कर लौट आया था। दिल्ली में महिला व युवक किशोरियों से जबरन घर का काम कराती थी और रुपए भी नहीं देते थे। उन्हें काफी प्रताडि़त किया जा रहा था।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के डौरा चौकी अंतर्गत 2 किशोरियां 5 नवंबर 2018 को परीक्षा फार्म भरने अंबिकापुर गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटीं। दोनों किशोरी के परिजन ने काफी खोजबीन के बाद 21 फरवरी 2019 को डौरा चौकी में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
मामले को गंभीरता से लेते हुए ऑपरेशन मुस्कान के तहत आइजी केसी अग्रवाल, बलरामपुर एसपी टीआर कोशिमा, एएसपी प्रशांत कतलम व डीएसपी एनएल धृतलहरे के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने विवेचना शुरू की। इस दौरान पता चला कि दोनों किशोरी दिल्ली में है।
इस पर टीम दिल्ली पहुंची और यहां निहार विहार में रहने वाली संजीता बड़ा व संतोष बड़ा के घर में दबिश देकर दोनों किशोरी को सकुशल बरामद किया। पुलिस ने झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत ग्राम पाढ़ी की मूल निवासी 35 वर्षीय संजीता बड़ा पति स्व. मनोज बड़ा व 32 वर्षीय संतोष बड़ा पिता स्व. जनमारियो बड़ा को गिरफ्तार कर लिया।
ये दोनों निहार विहार, दिल्ली में रह रहे थे। दोनों आरोपी व किशोरियों को लेकर पुलिस टीम वापस लौट आई। यहां पूछताछ में पता चला कि कुसमी थाना अंतर्गत ग्राम करकली का मूल निवासी 22 वर्षीय तौसिफ अंसारी पिता स्व. अली मुहम्मद अंसारी अभी सुभाषनगर अंबिकापुर में रहता है।
तौसिफ ही किशोरियों काम दिलाने का झांसा देकर दिल्ली ले गया था, यहां संजीता बड़ा व संतोष बड़ा के पास किशोरियों को छोड़कर कमीशन लिया और लौट आया था। इस पर पुलिस टीम ने तौसिफ अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ धारा 363, 344, 368, 370, 374, 34 व जेजे एक्ट की धारा 75, 79, 81व 84 के तहत कार्रवाई की गई।
घरेलू काम व दी जाती थी प्रताडऩा
किशोरियों ने बताया कि उनसे इच्छा के विरूद्ध घर का काम झाडू़, बर्तन, कपड़ा धुलवाने का काम कराया जाता था। साथ ही बाहर भी काम करने के लिए भेजा जाता था। फोन पर किसी से बात नहीं करने दिया जाता था और न ही कहीं आने-जाने दिया जाता था।