वहीं भाजयुमो वरिष्ठ पदाधिकारी भी नियुक्ति को लेकर नाराजगी जता रहे हैं। वहीं जिला भाजपा द्वारा इसकी शिकायत भाजपा के प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश संगठन से की जा रही है।
गौरतलब है कि जिला भाजपा संगठन (BJP organisation) द्वारा भाजयुमो जिला अध्यक्ष के लिए बलरामपुर से गौतम सिंह, कुसमी से आनंद जायसवाल व वाड्रफनगर से दीपक जायसवाल के नाम की अनुशंसा की थी।
कयास लगाए जा रहे थे कि तीनों में से कोई एक नाम पर मुहर भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष की लगेगी परंतु जब अचानक से सूची जारी हुई, वह भाजयुमो जिला अध्यक्ष के लिए विकेश साहू का नाम आया। भाजयुमो के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने नाराजगी व्यक्त की है।
वहीं दावेदारों का कहना है कि विकेश साहू प्रदेश अध्यक्ष के साथ साहू समाज छत्तीसगढ़ की टीम में काम कर चुके हैं और इनके अमित साहू से घरेलू संबंध रहे हैं। इसी कारण जिला संगठन की अनुशंसा को दरकिनार कर जिलाध्यक्ष का पद अपने चहेते को भेंट कर दिया गया।
भाजयुमो के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि जूनियर और निष्क्रिय व्यक्ति को युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष की कमान देने से संगठन के वरिष्ठ और सक्रिय पदाधिकारियों को कार्य करना असहज होगा और संगठन के प्रति असंतोष की भावना प्रबल होगी जिसका गंभीर परिणाम आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को भूगतना पड़ सकता है।
भावनाओं के विपरीत नियुक्ति
भाजपा जिला अध्यक्ष गोपाल कृष्ण मिश्रा ने कहां की जिले वासियों के भावनाओं के विपरीत नियुक्ति हुई है। संगठन द्वारा जिन नामों की अनुशंसा की गई थी उन नामों में से किसी को नियुक्त नहीं करना यह समझ से परे है। इसकी लिखित शिकायत भाजपा प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश संगठन से लिखित में की जा रही है।