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बलरामपुर

रायपुर-बिलासपुर से 5 दिन तक पैदल चलने से पैरों में पड़ गए छाले-फोड़े, मजदूरों की दर्दभरी कहानी सुन कर्मवीरों ने खिलाया खाना

Coronavirus: रायपुर के ठेकेदार ने नहीं दिया मजदूरों को पैसा तो निकल गए पैदल, बिलासपुर के धबनी में धागा कंपनी के मालिक ने भी नहीं दिया एक महीने का वेतन

बलरामपुरApr 02, 2020 / 09:38 pm

rampravesh vishwakarma

रायपुर-बिलासपुर से 5 दिन तक पैदल चलने से पैरों में पड़ गए छाले-फोड़े, मजदूरों की दर्दभरी कहानी सुन कर्मवीरों ने खिलाया खाना

Workers eat food

रामानुजगंज। बिलासपुर से 30 किलोमीटर दूर ग्राम धबनी के एक धागा कंपनी में काम करने वाले 20 से अधिक मजदूरों को वेतन नहीं मिलने के कारण वे रविवार को वहां से चल दिए जो गुरुवार की शाम बलरामपुर जिले के रामानुजगंज पहुंचे।
5 दिन तक पैदल चलने से अधिकांश के पैरों में छाले एवं फोड़े हो गए हैं। सभी बिहार के गया जिले के ग्राम हरनी के निवासी हैं। इनकी व्यथा सुन सभी का हृदय पसीज गया। यहां कोरोना से जंग लड़ रहे कर्मवीरो ने सामुदायिक रसोईघर से सभी को खाना खिलाया।

लॉकडाउन के बाद बिलासपुर से 30 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम धबनी के धागा कंपनी में काम करने वाले बिहार के मजदूर कंपनी के अंदर ही रह रहे थे, वहां 28 मार्च तक रहे उसके बाद जब सभी के पास खाने पीने के लिए पैसा खत्म हो गया एवं कंपनी द्वारा भी पैसा नहीं दिया गया तब परेशान होकर 29 मार्च की शाम को सभी वहां से पैदल चल दिए।
पैदल चलते चलते गुरुवार की शाम रामानुजगंज पहुंचे। धागा फैक्ट्री में काम करने वाले बिहार के गया जिला अंतर्गत ग्राम हरनी के विजय प्रजापति, अखिलेश यादव, शैलेंद्र चौधरी, दिलीप कुमार, सुरेश चौधरी, विकास साहू, संजय साहू सहित अन्य ने बताया कि जब तक हम लोग के पास पैसा था तब तक हम सब फैक्ट्री के अंदर ही रह रहे थे।
हम लोगों लगातार पैसा मांगा जाता रहा परंतु कंपनी के मैनेजर द्वारा नहीं दिया गया, इसके बाद मजबूरी में हम लोग 29 मार्च को वहां से पैदल चल दिए।


नहीं दिया 1 माह का वेतन
अगर धागा फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को बीते 1 माह का वेतन मिल गया रहता तो कोई वहां से पैदल नहीं चलता। सभी के पास पैसा खत्म हो जाने के बाद मजबूरी में पैदल निकले।

नया रायपुर से भी आए पैदल
नवा रायपुर के एक ठेकेदार के अंडर में सेंटरिंग का कार्य करने वाले 8 से अधिक मजदूर को जब ठेकेदार द्वारा पैसा नहीं दिया गया तो सभी वहां से पैदल चल दिए। वे भी गुरुवार को रामानुजगंज पहुंचे। मजदूरों का कहना था यदि हम लोगों को पैसा मिल गया रहता तो हम लोग वहां से नहीं निकले।
गढ़वा जिला अंतर्गत ग्राम कधवन के रहने वाले मुन्ना कुमार, लल्लू चौधरी, राजकुमार, ईश्वरी, राजेंद्र चौधरी ने बताया कि हम लोग के पास पैसा खत्म हो गया था इस कारण वहां से चलना मजबूरी हो गया था।

सामुदायिक रसोईघर से कराया भोजन
रायपुर एवं बिलासपुर से आए सभी मजदूरों को सामुदायिक रसोईघर से नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल, पार्षद राजेश सोनी, अनूप कश्यप, पवन गुप्ता, ओम जायसवाल, अधिवक्ता अविनाश गुप्ता, दिलीप केशरी सहित अन्य लोगों द्वारा गर्म भोजन कराया गया। जनप्रतिनिधियों व नगरवासियों की इस पहल की सराहना हो रही है।

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