गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम पंचायत भितयाही निवासी 27 वर्षीय युवक नंदू यादव पिता रामनाथ यादव के द्वारा ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत हुए कार्यों व 14वां वित्त सहित अन्य पंचायत के द्वारा कराए गए कार्यों में हो रहे एवं हुए भ्रष्टाचार की शिकायत 1 वर्ष से लगातार जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद सीईओ सहित कलक्टर से की जा रही थी।
डबरी निर्माण में भरी फर्जी हाजिरी
युवक नंदू यादव ने बताया कि भितियाही पंचायत में शिव कुमार यादव पिता स्व. जय राम व भया राम पिता करीमन सहित अन्य लोगों के नाम पर डबरी का निर्माण किया गया जो मानक के अनुरूप नहीं था। यहां तक कि 10 मजदूर डबरी में काम किए थे एवं 76 मजदूरों का नाम हाजिरी में भरा हुआ था।
आवेदन भी वापस लेने का दबाव
नंदू यादव ने सूचना के अधिकार के तहत मनरेगा (MGNREGA) के तहत हुए 5 वर्ष के कार्यों का हिसाब किताब तथा 14 वां वित्त एवं मूलभूत में खर्च हुई राशि का विवरण मांगा था। इसे भी वापस लिए जाने के लिए दबाव बनाए जाने का आरोप नंदू यादव ने लगाया।
कई बार मिली धमकी
नंदू यादव विगत 1 वर्ष से गांव में हो रहे भ्रष्टाचार (Corruption) के विरुद्ध आवाज बुलंद कर रहा है। इसके लिए उसे कई बार धमकियां मिलीं। यहां तक कि करीब 8 माह पूर्व उसके विरुद्ध एट्रोसिटी एक्ट का झूठा आवेदन बलरामपुर आजाक थाना में दिया गया था।