scriptभ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई तो पंचायत सचिव व जनप्रतिनिधियों ने युवक को बनाया बंधक, एसपी ने… | Corruption and hostage: Young man hostage by Panchayat secretary | Patrika News
बलरामपुर

भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई तो पंचायत सचिव व जनप्रतिनिधियों ने युवक को बनाया बंधक, एसपी ने…

Corruption and hostage: पंचायत में हुए कार्यों में भ्रष्टाचार (Corruption) की शिकायत पर कलक्टर (Collector) ने कराई जांच, आरोप सही साबित होते ही पंचायत सचिव (Panchayat Secretary) व अन्य ने दिया वारदात को अंजाम, युवक को पंचायत भवन (Panchayat Bhavan) में 8 घंटे तक बना रखा था बंधक, 6 आरोपियों पर जुर्म दर्ज

बलरामपुरJul 20, 2021 / 11:19 am

rampravesh vishwakarma

आईपीएस भावना बोलीं- हेलमेट पहनने से कम नहीं हो जाती शान, हादसे के समय बचती है जान

आईपीएस भावना बोलीं- हेलमेट पहनने से कम नहीं हो जाती शान, हादसे के समय बचती है जान

रामानुजगंज. रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत भितियाही के 27 वर्षीय युवक को गांव के भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाना इतना महंगा पड़ा कि पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा उसे 8 घंटे तक पंचायत भवन में बंधक बना लिया गया। देर रात पुलिस अधीक्षक को जानकारी देने के बाद ही युवक छूट सका।
इसके बाद उसने अपने बुजुर्ग पिता के साथ रामानुजगंज पहुंच प्राथमिकी दर्ज कराई। युवक की रिपोर्ट पर पंचायत सचिव विप्र दास मिस्त्री, मेट विनोद यादव व रामबदन यादव, ठाकुरदास यादव, रामदास यादव, महावीर यादव के विरुद्ध धारा 506, 294, 323, 342 व 147 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।

गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम पंचायत भितयाही निवासी 27 वर्षीय युवक नंदू यादव पिता रामनाथ यादव के द्वारा ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत हुए कार्यों व 14वां वित्त सहित अन्य पंचायत के द्वारा कराए गए कार्यों में हो रहे एवं हुए भ्रष्टाचार की शिकायत 1 वर्ष से लगातार जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद सीईओ सहित कलक्टर से की जा रही थी।
वहीं इस बीच पुन: नव पदस्थ कलक्टर (Collector) से ग्राम पंचायत भितियाही के भ्रष्टाचार की शिकायत की गई। इसके बाद कलक्टर ने जांच के निर्देश दिए थे। कलक्टर के निर्देश के बाद जनपद रामचंद्रपुर के करारोपण अधिकारी रतू सिंह सहित अन्य लोग जांच करने 2 दिन पूर्व गांव में गए थे जहां प्रथम दृष्टया आरोप प्रमाणित मिला।
यह बात पंचायत प्रतिनिधियों को नागवार गुजरी। जैसे ही जांच अधिकारी मौके से गए, इसके तंरुत बाद से ही नंदू यादव को पंचायत भवन में बंधक बना लिया गया।

किसी प्रकार से नंदू बहाना बना कर 3 बजे भोर पुलिस अधीक्षक को फोन लगाया तब जाकर नंदू को छोड़ा गया। इसके बाद वह अपने बुजुर्ग पिता के साथ थाने में पहुंच पंचायत सचिव मेट सहित अन्य लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई।

डबरी निर्माण में भरी फर्जी हाजिरी
युवक नंदू यादव ने बताया कि भितियाही पंचायत में शिव कुमार यादव पिता स्व. जय राम व भया राम पिता करीमन सहित अन्य लोगों के नाम पर डबरी का निर्माण किया गया जो मानक के अनुरूप नहीं था। यहां तक कि 10 मजदूर डबरी में काम किए थे एवं 76 मजदूरों का नाम हाजिरी में भरा हुआ था।

आवेदन भी वापस लेने का दबाव
नंदू यादव ने सूचना के अधिकार के तहत मनरेगा (MGNREGA) के तहत हुए 5 वर्ष के कार्यों का हिसाब किताब तथा 14 वां वित्त एवं मूलभूत में खर्च हुई राशि का विवरण मांगा था। इसे भी वापस लिए जाने के लिए दबाव बनाए जाने का आरोप नंदू यादव ने लगाया।

कई बार मिली धमकी
नंदू यादव विगत 1 वर्ष से गांव में हो रहे भ्रष्टाचार (Corruption) के विरुद्ध आवाज बुलंद कर रहा है। इसके लिए उसे कई बार धमकियां मिलीं। यहां तक कि करीब 8 माह पूर्व उसके विरुद्ध एट्रोसिटी एक्ट का झूठा आवेदन बलरामपुर आजाक थाना में दिया गया था।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो