कुत्ते ने दंतैल हाथी से बचाई मालकिन की जान, मालिक रिटायर्ड कर्मी को सूंड से उठाकर फेंका
Dog-Elephant: हाथियों के हमले में घायल (Elephant attack) रिटायर्ड कॉलरीकर्मी को अस्पताल में कराया गया भर्ती, 3 हाथियों का दल (Elephants team) कर रहा विचरण
कुसमी. ग्राम करौंधा से लगे झारखंड सीमा के जंगल में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। सोमवार को अपने मवेशियों को चराने जंगल में गए वृद्ध दम्पति के ऊपर एक हाथी ने हमला (Elephant attack) कर दिया। इससे वृद्ध झाडिय़ों में फेंका गया। इसके बाद हाथी उसकी पत्नी को भी दौड़ाने वाला था, लेकिन पालतू कुत्ते ने जब भोंकना शुरु किया तो हाथी ने उसे दौड़ा शुरु कर दिया।
इसी बीच मौका पाकर महिला ने भागकर अपनी जान (Dog save life of mistress) बचाई। घायल ग्रामीण को कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहा से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical college hospital) अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम महुआटोली निवासी 68 वर्षीय रामप्रसाद कुजूर कृषि विभाग का रिटायर्ड कर्मचारी है। वह सोमवार की दोपहर पत्नी तरसीला कुजूर के साथ पास के बंस पहाड़ जंगल में मवेशियों को चराने गया था। इसी दौरान अचानक एक दंतैल हाथी से उनका सामना हो गया।
IMAGE CREDIT: Elephant attack वे कुछ समझ पाते उससे पहले ही हाथी ने रामप्रसाद को उठाकर झाडिय़ों में फेंक दिया। इससे रामप्रसाद अचेत हो गया। हाथी उसे मरा हुआ समझ कर रामप्रसाद की पत्नी तरसीला की तरफ हमला करने के लिए दौड़ा, लेकिन हाथी को देखकर उनका पालतू श्वान(कुत्ता) भोंकने लगा, इससे हाथी तरसीला की तरफ न जाकर श्वान को काफी दूर तक दौड़ाने चला गया।
इधर तरसीला को मौका मिला तो वह वहां से अपनी जान बचा कर भागी और परिजन को घटना के सम्बंध में बताई। यदि श्वान ने हाथी का अपनी ओर ध्यान नहीं खींचा होता तो महिला की जान जा सकती थी।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर इधर सूचना पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और घायल रामप्रसाद को कुसमी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। तरसीला ने बताया कि यदि उनका पालतू कुत्ते ने हाथी को देखकर नही भोंका होता तो हाथी उसके ऊपर हमला कर देता। कुत्ते के कारण ही उसकी जान बच पाई।