इसी बीच मौका पाकर महिला ने भागकर अपनी जान (Dog save life of mistress) बचाई। घायल ग्रामीण को कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहा से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical college hospital) अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम महुआटोली निवासी 68 वर्षीय रामप्रसाद कुजूर कृषि विभाग का रिटायर्ड कर्मचारी है। वह सोमवार की दोपहर पत्नी तरसीला कुजूर के साथ पास के बंस पहाड़ जंगल में मवेशियों को चराने गया था। इसी दौरान अचानक एक दंतैल हाथी से उनका सामना हो गया।
इधर तरसीला को मौका मिला तो वह वहां से अपनी जान बचा कर भागी और परिजन को घटना के सम्बंध में बताई। यदि श्वान ने हाथी का अपनी ओर ध्यान नहीं खींचा होता तो महिला की जान जा सकती थी।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर
इधर सूचना पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और घायल रामप्रसाद को कुसमी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। तरसीला ने बताया कि यदि उनका पालतू कुत्ते ने हाथी को देखकर नही भोंका होता तो हाथी उसके ऊपर हमला कर देता। कुत्ते के कारण ही उसकी जान बच पाई।