बलरामपुर

स्वीकृति के बाद भी न इंदिरा आवास बनाकर दिया और न पीएम आवास, जर्जर घर गिरने से ग्रामीण की मौत

House wall fell: इंदिरा आवास (Indira Awas) और पीएम आवास (PM Awas) की राशि पूरी निकालकर ठेकेदार ने आधा-अधूरा ही बनाया था आवास, पुराने घर में रह रहा था मृतक, घायलावस्था में दीवार के नीचे से निकालकर नहीं पहुंचाया अस्पताल, इलाज के अभाव में तोड़ा दम

बलरामपुरSep 26, 2022 / 09:17 pm

rampravesh vishwakarma

Dead body

कुसमी. House wall fell: बलरामपुर जिले के सामरी क्षेत्र अंतर्गत एक ग्रामीण अपने पुराने व जर्जर घर में रह रहा था। उसे इंदिरा आवास तो स्वीकृत किया गया लेकिन ठेकेदार ने आधा भवन बनाकर छोड़ दिया। कुछ साल बाद पीएम आवास भी स्वीकृत हुआ लेकिन इस बार भी उसी ठेकेदार ने आवास बनाकर नहीं दिया। जबकि ठेकेदार ने पीएम आवास की पूरी राशि निकाल ली थी। इसी बीच 4 दिन पूर्व बारिश के दौरान उसके पुराने घर की दीवार गिर गई, इससे वह नीचे दब गया। घायलावस्था में उसे बाहर निकालकर घर में ही छोड़ दिया गया। उसे कोई अस्पताल पहुंचाने वाला भी नहीं था। इसी बीच सोमवार की सुबह उसकी घर पर ही मौत हो गई।

सामरी क्षेत्र के ग्राम सेरंगदाग निवासी 50 वर्षीय जोगना नगेशिया पिता स्व रिझु राम की कोई संतान नही थी। वो खेती किसानी करके अपना जीवन यापन कर रहा था आर्थिक स्थिति ठीक नही होने से अपना घर भी नही बनवा पा रहा था।
उसका पहले इंदिरा आवास योजना से मकान स्वीकृत हुआ था जिसे गांव के जनक नगेशिया द्वारा ठेके में लेकर निर्माण कराया जा रहा था। लेकिन उसने अधूरा कार्य कर छोड़ दिया, इसके कुछ वर्ष बाद उसे प्रधानमंत्री आवास योजना से भी मकान की स्वीकृति मिली थी।
इसका निर्माण करने का भी ठेका गांव के आवास मित्र जनक नाग ने लिया, लेकिन इस बार भी जनक नाग द्वारा आवास का दीवार तक कार्य करके अधूरे हालत में छोड़ दिया गया। जबकि उसके द्वारा आवास की पूरी राशि आहरण कर रख ली गई थी।

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जर्जर घर में रहने को था विवश, गिरने से दब गया नीचे
आवास नही बनने से जोगना नगेशिया अपने पुराने जीर्ण शीर्ण मिट्टी के झोपड़ी नुमा घर में रहने को मजबूर था। बताया जा रहा है कि 4 दिन पूर्व जोगना अपने घर में मक्का पकाकर खा रहा था। इसी दौरान तेज बारिश के बीच अचानक उसके घर की दीवार धराशायी हो गई जिसके नीचे जोखना दब गया था।
उसके चीखने की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे और किसी तरह से उसे बाहर निकाल कर छोटे भाई के घर में घायल अवस्था में रखा गया था। उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया गया। सोमवार की सुबह इलाज के अभाव में घर में ही पड़े-पड़े उसकी मौत हो गई।

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