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बलरामपुर

मोहल्ला क्लास में 25 बच्चे पढऩे आए लेकिन दोनों शिक्षक थे नदारद, बच्चों को स्वीपर ने पढ़ाया

Mohalla class: मोहल्ला क्लास के निर्देशों को कई स्कूलों में पदस्थ शिक्षक (Teachers) ताक पर रखकर कर रहे मनमानी, अधिकारी (Officers) भी नहीं कर रहे मॉनीटरिंग

बलरामपुरJan 23, 2021 / 09:05 pm

rampravesh vishwakarma

मोहल्ला क्लास में 25 बच्चे पढऩे आए लेकिन दोनों शिक्षक थे नदारद, बच्चों को स्वीपर ने पढ़ाया

Sweeper learning

कुसमी. कोरोना काल में मोहल्ला क्लास (Mohalla class) के निर्देशों को ताक पर रखकर शिक्षकों द्वारा मनमानी की जा रही है। विभाग के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा सही मॉनिटरिंग नही करने से बच्चों का भविष्य (Future) अंधकारमय होता जा रहा है। हद तो तब हो गई जब कुसमी के एक स्कूल में मोहल्ला क्लास लेने शिक्षक ही नहीं पहुंचे, ऐसे में वहां पदस्थ स्वीपर ने बच्चों को पढ़ाया।

गौरतलब है कि कोरोना काल (Corona period) में शिक्षकों को स्कूल परिसर व संबंधित गांव में जाकर मोहल्ला क्लास लेने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बच्चों के मध्यान्ह भोजन (Mid day meal) का सूखा राशन उनके घरों तक पहुंचाने के निर्देश हैं, लेकिन क्षेत्र के कई शिक्षक इन निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं।
करौंधा संकुल अंतर्गत ग्राम पंचायत सुरबेना के सुदूर ग्राम चंदाडाड़ी प्राथमिक विद्यालय में करीब 65 बच्चों का नाम दर्ज हैं। यहां एक प्रधान पाठक परमेश्वर पैकरा व शिक्षक संदीप कुजूर पदस्थ हैं। जबकि यहां पदस्थ एक अन्य शिक्षिका अंजना तिग्गा को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सेमरा में अटैच किया गया है।
यह गांव नगेशिया जनजाति बाहुल्य है, यही कारण है कि इस विद्यालय में उसी समाज के अधिकांश बच्चे अध्यनरत हैं। शुक्रवार को गांव के 25 बच्चे मोहल्ला क्लास (Mohalla class) हेतु स्कूल आए थे। लेकिन यहां पदस्थ शिक्षक परमेश्वर पैकरा व संदीप कुजूर नदारद थे। विद्यालय (School) के अंशकालीन स्वीपर बंधन नगेशिया द्वारा बच्चों को पढ़ाया जा रहा था।

स्वीपर बोला- नहीं आए हैं दोनों शिक्षक
जब स्वीपर बंधन नगेशिया से जानकारी ली गई तो उसने बताया कि आज दोनों शिक्षक नहीं आए हैं, चूंकि बच्चे आ गए थे, इसलिए मैं ही उन्हें पढ़ाने का प्रयास कर रहा हूं। इधर शिक्षकों द्वारा पठन-पाठन के कार्य में रूचि नहीं रखने के कारण यहां अध्ययनरत कक्षा चौथी तक के बच्चों को अपना नाम तक ठीक ढंग से लिखने नहीं आता।

मध्यान्ह भोजन के सूखे राशन का वितरण नहीं
शिक्षकों की लापरवाही के कारण इस माह का सूखे मध्यान्ह भोजन सामग्री का भी वितरण नही हो पाया है। स्टाफ रूम में काफी दिनों से पड़ा सूखा राशन अब खराब हो रहा है, लेकिन शिक्षक सुध नहीं ले रहे हैं।
विद्यालय (School) में सफाई का भी काफी अभाव देखने को मिला। बच्चों के बैठने के लिए टाटपट्टी तक की सुविधा नहीं है। इस संबंध में बीईओ धर्मेंद्र यादव ने कहा कि संबंधित शिक्षकों को नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।

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