गौरतलब है कि कोरोना काल (Corona period) में शिक्षकों को स्कूल परिसर व संबंधित गांव में जाकर मोहल्ला क्लास लेने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बच्चों के मध्यान्ह भोजन (Mid day meal) का सूखा राशन उनके घरों तक पहुंचाने के निर्देश हैं, लेकिन क्षेत्र के कई शिक्षक इन निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं।
स्वीपर बोला- नहीं आए हैं दोनों शिक्षक
जब स्वीपर बंधन नगेशिया से जानकारी ली गई तो उसने बताया कि आज दोनों शिक्षक नहीं आए हैं, चूंकि बच्चे आ गए थे, इसलिए मैं ही उन्हें पढ़ाने का प्रयास कर रहा हूं। इधर शिक्षकों द्वारा पठन-पाठन के कार्य में रूचि नहीं रखने के कारण यहां अध्ययनरत कक्षा चौथी तक के बच्चों को अपना नाम तक ठीक ढंग से लिखने नहीं आता।
मध्यान्ह भोजन के सूखे राशन का वितरण नहीं
शिक्षकों की लापरवाही के कारण इस माह का सूखे मध्यान्ह भोजन सामग्री का भी वितरण नही हो पाया है। स्टाफ रूम में काफी दिनों से पड़ा सूखा राशन अब खराब हो रहा है, लेकिन शिक्षक सुध नहीं ले रहे हैं।