गौरतलब है कि जमशेद अंसारी पिता गफूर अंसारी उम्र 28 वर्ष 5 मार्च को अपने ससुराल रेवतीपुर में शादी में शामिल होने गया था। इसके बाद सुबह उसका गला कटा हुआ एवं हाथ टूटा हुआ शव पड़ा हुआ था।
इसकी जब जानकारी सज्जनों को लगी तो तत्काल में मौके पर गए एवं इसकी सूचना पुलिस को दी पुलिस मौके पर पहुंची वहीं घटना से पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल निर्मित हो गया एवं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा चक्काजाम भी किया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह के दिशा निर्देश में पुलिस टीम के द्वारा तत्परता से मामले में आरोपी अशरफ अंसारी पिता वाजुद्दीन अंसारी उम्र 35 वर्ष, मकसूद आलम पिता मोहम्मद सलीम आलम उम्र 22 वर्ष, अबरार अंसारी पिता इनायत अंसारी उम्र 23 वर्ष को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपी हत्या से इनकार करते रहे लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो हत्या करना कबूल किया पुलिस के द्वारा सत्य में प्रयुक्त डंडा एवं चाकू भी बरामद किया।
पत्नी से मोबाइल पर करता था बात, इसलिए की हत्या
जमशेद एवं घटना का मुख्य आरोपी अशरफ दोनों दोस्त थे। दोनों सूरत में कढ़ाई का काम करते थे। दोनों गांव में एक महीने पहले ही अलग-अलग दिन आए थे।
मृतक जमशेद द्वारा आरोपी अशरफ की पत्नी का मोबाइल नंबर दो-तीन साल पहले मांगा गया था जिसके बाद से ही वह लगातार घंटों उसकी पत्नी से बात करता था। कई बार अशरफ ने उसे पत्नी से बात करने से मना भी किया था लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद उसने प्लान बनाकर निर्ममता पूर्वक उसकी हत्या कर दी।
सबक सिखाने आरोपी ने 1.80 लाख की दी थी सुपारी
मुख्य आरोपी अशरफ गांव के ही मकसूद को 50 हजार एवं उबरार को 1 लाख 30 हजार रुपए में मृतक को सबक सिखाने एवं मारपीट करने के लिए सुपारी दी थी।
दोनों आरोपियों ने बताया कि अशरफ ने सिर्फ मारपीट कर सबक सिखाने की बात कही थी। डंडे के प्रहार से वह गिर गया था, इसके बाद अशरफ ने उसका गला हथियार से रेत दिया।
रात 10 बजे दिया घटना को अंजाम
मृतक आरोपियों के साथ घटना दिनांक शाम के 7 बजे के से साथ में थे मृतक एवं आरोपी दोनों शादी में भी सम्मिलित हुए थे। आरोपियों ने मृतक को रामचंद्रपुर ले जाकर नाश्ता पानी भी कराया एवं फिर धोखे से घटनास्थल पर लाकर हत्या कर दी।