बलरामपुर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डिगनगर निवासी 45 वर्षीय तेजराम खलखो पिता रामधनी खलखो 19 अप्रैल को गांव में बाबा तालाब के पास कुएं में नहाने गया था। वहां कुछ लोग तालाब में मछली मार रहे थे।
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तभी डिगनगर निवासी 70 वर्षीय पवित्रा वहां पहुंचा और कहा कि लीज खत्म होने के बाद भी तालाब में मछली क्यों मार रहे हो। दरअसल तेजराम, निको, हीरासाय व बलराम के नाम से मछली पालन का लीज 225 तक लिया गया था, जिसे पवित्रा ने निरस्त करा दिया था। इसलिए उसने मछली मारने को लेकर विवाद किया।
इधर नहाने के बाद तेजराम घर चला गया। लेकिन कुछ ही देर बाद गंड़ासा लेकर पवित्रा, उसका बेटा ३४ वर्षीय सुनील व अन्य परिजन तेजराम के घर पहुंच गए। आरोपियों ने तेजराम व उसके भाई प्रदीप पर गंड़ासा से प्राणघातक हमला कर दिया। इससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए।
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मामले की रिपोर्ट राजपुर थाने में की गई। पुलिस ने धारा 294, 506, 323, 307 व 34 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी पवित्रा व उसके बेटे सुनील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में थाना प्रभारी अखिलेश सिंह, शशिशेखर तिवारी, पंकज पोर्ते, नरेंद्र कश्यप, विजय सिंह, राजकुमार कंवर, राजेश तिर्की शामिल रहे।