यहां तो ऐसे Polling Booth जहां पर नहीं पहुंची बिजली की रोशनी, मोमबत्ती के उजाले में पोलिंग पार्टियां निपटाने की काम
Balrampur देश की आजादी के 75 वर्ष बाद भी जनपद के 352 ऐसे primary and upper primary विद्यालय हैं। जहां पर फास्ट तक विद्युत बल्ब की रोशनी नहीं पहुंची। इन विद्यालयों को एक बार फिर Polling Booth बनाया गया है। यहां पर पोलिंग पार्टियां मोमबत्ती के उजाले में काम करने के लिए मजबूर होंगी।
बताते चलें कि सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग से सटे विद्यालयों के आसपास खंभे लगाने व विद्युतीकरण कराने के लिए वन विभाग से NOC न मिलने के चलते काम रुका है। जिससे इन विद्यालयों का विद्युतीकरण आज तक ना हो सका। Assembly elections 2022 में जिले के 958 मतदान केंद्रों से जुड़े 1857 मतदेय स्थलों पर छठवें चरण के दौरान तीन मार्च को वोटिंग कराई जाएगी। बेहतर ढंग से वोटिंग प्रक्रिया पूरी कराने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से जिले के सभी मतदान केंद्रों को चाक-चौबंद कराने का प्रयास किया जा रहा है। मतदान केंद्रों में बिना विद्युतीकरण वाले जिले के 352 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व composite schools को शामिल किया गया है।
सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग से सटे शिक्षा क्षेत्र शिवपुरा के 57, तुलसीपुर के 51, गैसड़ी के 33 व पचपेड़वा के 80 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में वन विभाग से NOC का पेच फंसा होने के चलते आजादी के 75 साल बाद भी अभी तक विद्युतीकरण कराने की प्रक्रिया पूरी नहीं कराई जा सकी है।
शिक्षा क्षेत्र सदर के 26, गैड़ास बुजुर्ग के 21, उतरौला के 31, श्रीदत्तगंज के 35 व रेहरा बाजार के 18 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में भी अन्य कारणों से विद्युतीकरण नहीं हो सका है।
जिले में कुल 1823 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। जिसकी तुलना में 1471 स्कूलों में बिजली की व्यवस्था है। शिक्षा क्षेत्र सदर में 250 की तुलना में 224, गैड़ास बुजुर्ग में 114 की तुलना में 93, गैसड़ी में 260 की तुलना में 227, शिवपुरा में 267 की तुलना में 210, पचपेड़वा में 232 की तुलना में 152, रेहरा बाजार में 153 की तुलना में 135, श्रीदत्तगंज में 146 की तुलना में 111, तुलसीपुर में 251 की तुलना में 200 और उतरौला में 127 की तुलना में 96 विद्यालयों में ही विद्युतीकरण कराया गया है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. रामचंद्र ने बताया कि सभी बीईओ से सूचना लेकर डीसी निर्माण एनके सिंह के माध्यम से जिले के 352 विद्यालयों में विद्युतीकरण कराने के लिए सूची तैयार कराकर Power Corporation (UPPCL) को भेजी गई है।