जिले के गिरवां कसबे के जनन गांव के दर्जनों ग्रामीण बांदा कलेक्ट्रेट पहुंचे व गांव के कोटेदार पर कालाबाजारी आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया । प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कोटेदार के विरुद्ध मांग की। ग्रामीणों ने कोटेदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हम लोग जनन गांव के निवासी है, गांव का कोटेदार साल में 6 महीने कोटे का गल्ला ब्लैक कर देता है।
कहा कि गांव के कोटेदार द्वारा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है, सरकार की तरफ राशन दिया जाता है वो कोटेदार हमे नहीं दे रहा है। कहा कि जब हम लोग राशन लेने जाते है तो हमारे साथ अभद्रता की जाती है और कोटेदार के द्वारा पूरे राशन की कालाबाजारी कर ली जाती है, चाहे मिट्टी का तेल हो, गेहूं या शक्कर या अन्य सामग्री। कहा कि गांव के आधे लोगों को गल्ला मिलता है बाकी को ये कहकर भगा दिया जाता है कि जितना सरकार से मिला है उतना बांट दिया है अब नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि राशन मांगने पर कोटेदार उनसे अभद्र व्यवहार करता है, मारने-पीटने की धमकी देता है, कहता है ज्यादा हल्ला करोगे तो घर की औरतों को बुलाकर सबको पिटवा दूंगा। ग्रामीणों ने कहा कि हम लोगों ने कोटेदार के विरुद्ध तहसील दिवस में ज्ञापन दिया था, जिसपर जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को जांच करने के आदेश दिए थे जिसपर जांच करने नायब तहसीलदार ने कोटेदार से 80,000 रुपये लेकर जांच को दबा दिया है। तबसे जांच पूरी नहीं हो पाई है। इसी समस्या को लेकर आज हम सभी ग्रामीण जिलाधिकारी से मिले है व कोटेदार के विरुद्ध कार्रवाई करने व कोटा निरस्त करने की मांग की है।