बेंगलूरु. मुनि सुव्रत स्वामी जैन संघ कुमारापार्क में मुनि सुविधिचन्द्र सागर एवं सुपाŸवचन्द्र सागर के सान्निध्य में पर्युषण आराधना में श्रद्धालु भाग ले रहे हंै। संघ के अध्यक्ष प्रकाशचंद राठौड़ ने बताया कि शनिवार को धनराज सुकनराज अंबानी परिवार ने कल्पसूत्र घर ले जाने का लाभ लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में संघ के सदस्य मौजूद रहे।
साधना सच्ची हो तो बदल जाता है इंसान बेंगलूरु. राजाजीनगर स्थानक में साध्वी संयमलता ने कहा कि सुख साधनों में नहीं, साधना में है। सुख पदार्थ में नहीं, परमार्थ में है। सुख संसार में नहीं, संयम में है। उन्होंने कहा कि साधना सच्ची हो तो इंसान भी बदल जाता है। पत्थर भी पिघल जाता है, कर्म भी क्षय हो जाता है। कर्म तो कर्जा है, जिसे चुकाए बिना मुक्ति संभव नहीं है। साध्वी कमलप्र्रज्ञा ने अंतगड़ सूत्र का वाचन करते हुए कहा कि महावीर ने तो जानवरों को भी सीने से लगा लिया था, हम इंसान को भी सीने से नहीं लगा पा रहे हैं। पाठशाला के बच्चों ने धर्म कव्वाली की प्रस्तुति दी। साध्वी सौरभप्रज्ञा ने गीतिका प्रस्तुत की। जैन तम्बोला प्रतियोगिता में 150 श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया। रविवार को युवा जाग्रति पर प्रवचन होगा।