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बैंगलोर

पहले रोबोट, फिर मानव भेजे जाएंगे

मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान की तैयारियों में जुटा इसरो

बैंगलोरJan 18, 2019 / 11:18 am

Rajeev Mishra

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पहले रोबोट, फिर मानव भेजे जाएंगे

बेंगलुरु. भारतीय मानव मिशन से पहले प्रणालियों की जांच के लिए अंतरिक्ष में भले ही कोई जानवर नहीं भेजा जाएगा लेकिन दो मानव रहित मिशनों में मानव सदृश रोबोट भेजे जाएंगे। पहला मानव रहित मिशन दिसंबर 2020 और दूसरा मानव रहित मिशन जुलाई 2021 में लांच किया जाएगा और इन दोनों मिशनों में रोबोट सदृश मानव होंगे जिनके जरिए कुछ अहम प्रयोग किए जाएंगे। इसरो अध्यक्ष के शिवन के अनुसार ये मानव सदृश रोबोट लगभग तैयार हैं। इसरो चाहता है कि यह मानव मिशन सिर्फ अंतरिक्ष यात्रियों को धरती की कक्षा में ले जाने और वापस लाने तक सीमित नहीं रहे बल्कि मिशन के लिए जो उद्देश्य तय किए जाएं उपलब्धियां उससे भी अधिक हो। इसरो यह साबित करना चाहता है कि उसकी क्षमता और योग्यता सिर्फ अंतरिक्ष में पहुंचने और वह वहां से लौटने तक ही सीमित नहीं है। इसलिए, असली उड़ान से पहले दो मानव रहित उड़ानों में रोबोट भेजे जाएंगे जिनकी गतिविधियां इंसानों जैसी होंगी। इसरो की कोशिश है कि उसका एक भी मिशन खाली नहीं जाए और हर अवसर का अधिकतम लाभ उठाया जाए। इसरो मानव मिशन भेजने से पहले धरती की निचली कक्षा में कम से कम 10 प्रयोग करेगा जिसके आधार पर गगनयान का लाइफ सपोर्ट सिस्टम तैयार होगा। गौरतलब है कि मानव मिशन से पहले अन्य देशों ने पहले जानवर भेजकर अंतरिक्ष में कई परीक्षण किए लेकिन इसरो के गगन यान मिशन में जानवर नहीं भेजे जाएंगे।
एक सप्ताह में तैयार होगा डिजाइन

इसरो अध्यक्ष के शिवन ने बताया कि उन्होंने 11 संकल्पना समीक्षा समितियों का गठन किया था। हर समिति को एक या अधिक प्रणालियों की समीक्षा कर रिपोर्ट देनी थी। सभी समितियों ने समीक्षा का काम पूरा कर लिया है और उनके साथ एक बैठक भी हो चुकी है। उम्मीद है कि गगनयान की डिजाइन 1 या 2 सप्ताह में तैयार हो जाएगी उसके बाद खरीदारी शुरू होगी मॉडल तैयार किए जाएंगे और परीक्षण शुरू हो जाएगा। इसरो का अगला लक्ष्य डिजाइन तैयार कर उसे अंतिम रूप देना है।
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