कारवार के एसपी विष्णुवर्षण ने कहा कि अनंत कुमार हेगड़े के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामला नफरत फैलाने वाले भाषण और जिले में अशांति पैदा करने के प्रयास से संबंधित है। कारवार पुलिस ने धारा 153 (ए) (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया है।
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जांच अभी भी जारी है। गौरतलब है कि शनिवार को उत्तर कन्नड़ जिले में एक जनसभा में हेगड़े ने कहा था कि भटकल मस्जिद को बाबरी मस्जिद की तरह ही ध्वस्त कर दिया जाएगा, जिसे 1992 में कार सेवकों ने ध्वस्त कर दिया था। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद की तरह भटकल मस्जिद के विनाश की गारंटी है। यह अनंत कुमार हेगड़े का फैसला नहीं है, बल्कि हिंदू समाज का फैसला है।
हेगड़े ने उसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या पर भी निशाना साधा और कहा, सिद्धरामय्या ने पहले कहा कि उन्हें अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण नहीं मिला है। फिर उन्होंने कहा कि वे इसमें शामिल नहीं होंगे। मैं कहना चाहूंगा, चाहे वे आएं या नहीं, राम मंदिर का उद्घाटन होगा।
हेगड़े के बयान के जवाब में सिद्धरामय्या ने कहा कि यह वो तरीका है जिससे वे खुद को अभिव्यक्त करते हैं। क्या हम राजनीतिक चर्चा में शामिल व्यक्तियों से सम्मान की मांग कर सकते हैं? राजनीतिक रूप से आक्रामक भाषा का उपयोग मुझे प्रभावित नहीं कर सकता है, लेकिन यह उनके चरित्र को दिखाता है।