दोनों अभिनेताओं के बीच का यह संघर्ष संदलवुड के लिए नया नहीं है। कई बार इनकी फिल्मों के प्रदर्शन के दौरान प्रशंसकों के बीच हाथापाई की घटनाएं हुई हैं। इस बीच अभिनेता सुदीप के ट्वीट पर बवाल हो रहा है, जिसमें सुदीप ने कहा है कि उन्होंने तथा उनके प्रशंसकों ने हाथ में ‘कड़ा’ पहना है ‘कंगन’ नहीं। इस बयान पर दर्शन के प्रशंसकों में गुस्सा है। दर्शन के सैकड़ों प्रशंसक ट्वीट पर जोरदार कमेंट कर रहे हैं, जिसके कारण माहौल गर्मा रहा है। साथ में सुदीप के ‘कंगन’ बयान पर महिला संगठनों ने आपत्ति दर्ज की है।
अभिनेता सुदीप का तर्क है कि किसी फिल्म के निर्माण में वर्षों की मेहनत होती है, लेकिन पायरेसी से मेहनत पर पानी फेरा जा रहा है। किसी भी अभिनेता के प्रशंसकों को ऐसा नहीं करना चाहिए। एक बार फिल्म सोशल मीडिया में अपलोड होने के पश्चात थिएटरों में दर्शकों की संख्या में गिरावट आती है। इससे फिल्में अपेक्षित स्तर पर आय नहीं कमा पाती हैं। संदलवुड के सभी कलाकारों और पूरे फिल्म उद्योग को एकजुट होकर पायरेसी के खिलाफ संघर्ष करना चाहिए। ऐसे अपराध के लिए कड़ी सजा होनी चाहिए।
अभिनेता शिव राजकुमार ने संदलवुड के विभिन्न अभिनेताओं के प्रशंसकों के इस शीतयुद्ध पर चिंता जताते हुए कहा कि यह मानसिकता संदलवुड के लिए घातक साबित होगी। संदलवुड एक परिवार है, लिहाजा यहां एक-दूसरे के प्रति द्वेष नहीं रखना चाहिए। हर अभिनेता की सफलता पर हमें नाज हो। सफलता केवल संबंधित फिल्म तक सीमित नहीं होती, बल्कि पूरे संदलवुड की सफलता होती है।
शिवराजकुमार ने कहा कि हाल में प्रदर्शित दर्शन की कुरुक्षेत्र तथा सुदीप की पहलवान दोनों फिल्मों पर संदलवुड को नाज है। ऐसी फिल्मों का हमें स्वागत करना चाहिए। अभिनेताओं के प्रशंसकों को संयम बरतने के साथ अनुशासित होकर सभी की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। ऐसी भावना तथा एक-दूसरे की सफलता की तारीफ से ही संदलवुड का अस्तित्व बना रहेगा।