मार्च में लॉकडाउन होने के वक्त से विहान अपने दादा-दादी के पास था। आने जाने का कोई साधन नहीं होने के कारण उसे वहीं रहना पड़ा। सोमवार को जब दोबारा हवाई सेवा शुरू हुई तो विहान चट से हवाई जहाज में सवार होकर अपने मम्मी-पापा के पास आ गया।
खास बात ये है कि विहान अकेले ही दिल्ली से बेंगलूरु पहुंचा। बेंगलूरु एयरपोर्ट पर विहान की मां मंजरी शर्मा ने उसे रिसीव किया। फ्लाइट में विहान को स्पेशल कैटेगरी वाले यात्री के रूप में यहां लाया गया और उसकी मां के सुपुर्द कर दिया गया।
बेंगलूरु हवाई अड्डा फिर गुलजार करीब दो महीने से ज्यादा समय तक बंद रहने के बाद बेंगलूरु हवाई अड्डे से सोमवार सुबह एक बार फिर आम लोगों की आवाजाही शुरू हो गई लेकिन इसके लिए कई तरह के नए नियम कायदे बनाए गए हैं। सुबह 9 बजे तक बेंगलुरु हवाई अड्डे से 22 विमानों की आवाजाही हुई। इनमें से 5 प्रस्थान और 17 आगमन थे। इसके अलावा करीब 9 शेड्यूल्ड उड़ानों को रद्द कर दिया गया। पहले दिन 60 उड़ानों का प्रस्थान और 54 उड़ानों का आगमन शेड्यूल में शामिल किया गया है।