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बैंगलोर

मतदाताओं ने बताई एक-एक वोट की अहमियत

8 नेताओं को मिली एक हजार से भी कम मतों से शिकस्त2 हजार से कम मतों से हारे 4 उम्मीदवारनेताओं को समझ आई एक-एक वोट की कीमत

बैंगलोरMay 18, 2023 / 06:29 pm

Rajeev Mishra

मतदाताओं ने बताई एक-एक वोट की अहमियत

मतदाताओं ने बताई एक-एक वोट की अहमियत

बेंगलूरु.
चुनाव जीतने के बाद माननीय भले ही जनता को भूल जाएं लेकिन, वक्त आने पर जनता साबित कर देती है कि एक-एक वोट की कीमत क्या होती है। राज्य विधानसभा चुनावों में मतदाताओं ने फिर एक बार अपनी अहमियत साबित की और बता दिया कि उन्हें भाग्य विधाता क्यों कहा जाता है।
राज्य विधानसभा चुनावों में दर्जन भर उम्मीदवार सौभाग्यशाली रहे जो मामूली अंतर से जीतकर जश्न मनाए वहीं, शिकस्त खाने प्रतिद्वंद्वी को एक ऐसी टीस मिली जिसे जल्द भुला नहीं पाएंगे। राज्य के 224 विधानसभा सीटों में से 8 निर्वाचन क्षेत्रों में हार-जीत का अंतर 1 हजार से कम रहा। वहीं, 4 सीटों पर प्रत्याशी दो हजार से कम मतों से चुनाव हार गए।
रो पड़ीं सौम्या
बेंगलूरु शहरी जिले के जयनगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सौम्या रेड्डी की हार सबसे नजदीकी रही। सौम्या महज 16 मतों के अंतर से हारीं। भाजपा के सीके राममूर्ति हारते-हारते जीत के जश्न में डूब गए। राममूर्ति को 57 हजार 797 मत मिले जबकि, सौम्या को 57 हजार 781 मत प्राप्त हुए। दरअसल, यहां 750 पोस्टल बैलेट से वोट पड़े थे जिनमें से 500 राममूर्ति को और 190 सौम्या को मिले। सौम्या को ईवीएम में 294 मत अधिक मिले थे। यहां गौर करने वाली बात यह है कि बैलेट पर भी नोटा को 8 और आम आदमी पार्टी को 11 मत मिले थे। कुल मिलाकर इस विधानसभा क्षेत्र में नोटा को 1192 मत मिले जबकि, हार-जीत का अंतर महज 16 रहा। सौम्या रेड्डी रो पड़ीं।
हारते-हारते बचे राव
बेंगलूरु के ही गांधीनगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव हारते-हारते बचे। उन्होंने भाजपा के सप्तगिरि गौड़ा को महज 105 मतों के अंतर से पराजित किया। यहां कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे लेकिन, नोटा को पड़े मत 11 प्रत्याशियों से अधिक थे। नोटा को 1692 मत मिले थे। आम आदमी पार्टी को यहां केवल 733 मत मिले। शृंगेरी निर्वाचन क्षेत्र में भी रोचक मुकाबला हुआ। यहां कांग्रेस के टीडी राजेगौड़ा केवल 201 मतों से चुनाव जीते। भाजपा के डीएन जीवराज को यहां 58 हजार 970 मत प्राप्त हुए जबकि राजेगौड़ा को 59 हजार 171 मत मिले। यहां नोटा को 678 और आम आदमी पार्टी को 1150 वोट पड़े।
त्रिकोणीय मुकाबले में मतदाता बने भाग्य विधाता
मालुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के केवाई नन्जेगौड़ा महज 248 मतों से चुनाव जीतकर राहत की सांस ले रहे हैं। वहीं, उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा के केएस मंजुनाथ गौड़ा को एक-एक वोट की कीमत अहसास हो रहा है। यहां निर्दलीय उम्मीदवार एच विजयकुमार ने चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया जिससे मुकाबला बेहद रोचक हो गया। कांग्रेस के नन्जेगौड़ा 50 हजार 955 मत हासिल कर विजयी रहे जबकि, मंजुनाथ गौड़ा 50 हजार 707 मत हासिल कर मामूली अंतर से हारे। एच विजयकुमार ने भी 49 हजार 362 मत हासिल किया और बेहद दोनों उम्मीदवारों के बेहद करीब पहुंच गए। यहां नोटा को 647 जबकि आम आदमी पार्टी को 708 मत मिले। जागलूर विधानसभा में भी मालुर की तरह काटें का त्रिकोणीय मुकाबला हुआ। यहां कांग्रेस के बी.देवेंद्रप्पा 50 हजार 765, भाजपा के एसवी रामचंद्र को 49 हजार 891 और निर्दलीय एचपी राजेश को 49 हजार 442 मत प्राप्त हुए। कांग्रेस ने भाजपा को महज 874 मतों से शिकस्त दी। यहां 11 प्रत्याशियों में नोटा 1996 मत के साथ चौथे स्थान पर रहा।
बागी के चलते हारी भाजपा
मुदीगेरे विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने स्थानीय स्तर पर जनता की नाराजगी को भांपते हुए एमपी कुमारस्वामी को टिकट नहीं दिया तो वे जद-एस के टिकट पर ताल ठोक दिए और भाजपा प्रत्याशी के हार का कारण बने। यहां जीत-हार का अंतर केवल 722 वोट रहा। कांग्रेस प्रत्याशी नयन मोटम्मा को 50 हजार 843, भाजपा प्रत्याशी को 50 हजार 121 और एमपी कुमारस्वामी को 26 हजार 38 मत मिले। यहां नोटा को 1166 मत पड़े जबकि आम आदमी पार्टी को 585 वोट से संतोष करना पड़ा। अगर कुमारस्वामी यहां बगावत नहीं करते तो संभव था कि, परिणाम कुछ और होता। कुमटा में भाजपा और जद-एस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ। भाजपा प्रत्याशी दिनकर केशव शेट्टी 59 हजार 965 वोट मिले जबकि जद-एस प्रत्याशी सूरज सोनी को 59 हजार 289 मत मिले। हार-जीत का अंतर महज 676 रहा जबकि नोटा को 2085 वोट मिले। कांग्रेस 19 हजार 270 मतों के साथ काफी पीछे रही।
कड़ी टक्कर में सांस अटकी
चिंचोली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा-कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ जिसमें भाजपा केवल 858 मतों से चुनाव जीत पाई। भाजपा के अविनाश जाधव को 69 हजार 963 जबकि, कांग्रेस के सुभाष राठौड़ को 69 हजार 105 मत प्राप्त हुए। बाकी उम्मीदवार काफी पीछे रह गए लेकिन, यहां भी नोटा को 1003 वोट मिले। इसके अलावा चार सीटों पर हार-जीत का अंतर 2 हजार से कम रहा। बीदर दक्षिण में भाजपा के शैलेंद्र बेदाले ने कांग्रेस के अशोक खेणी को 1263, हडगली में भाजपा के कृष्णा नायक ने कांग्रेस के पीटी परमेश्वर नायक को 1444, हुम्नाबाद में भाजपा के सिद्धू पाटिल ने कांग्रेस के राजशेखर पाटिल को 1594 और नरगुंद में भाजपा के सीसी पाटिल ने कांग्रेस के बीआर यवागल को 1791 मतों से पराजित किया।
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