उन्होंने कहा कि आने वाले दशक में देश की वैश्विक अर्थव्यवस्था चरम पर हो, इसकी सुनिश्चिता सभी की जिम्मेदारी है। यह चौथी औद्योगिक क्रांति का युग है जो कई तकनीकी विकासों द्वारा संचालित है। भौतिक, डिजिटल और जैविक क्षेत्रों के विकास पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
गौरव रावत, राधिका गुप्ता और सरस्वती संजय सी. को डॉ. टी. एम. ए. पई स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के 4177 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। पहले दिन 1389 विद्यार्थियों को यह अवसर प्राप्त हुआ। एमएएचइ के प्रो-चांसलर डॉ. एच. एस. बल्लाल ने भी समारोह में हिस्सा लिया।