योग प्रदर्शन के दौरान एक ऐसी क्रिया भी की गई, जो आसनों से कुछ हटकर, मगर स्वास्थ्य लाभ के मामले में कारगर मानी जाती है। इस क्रिया का नाम है ‘जल-नेति’। इसे करने के लिए शरीर को विशेष तौर से मोडऩे-सिकोडऩे की भी जरूरत नहीं होती। बस आपको करना इतना है कि नाक के एक नथुने से साफ पानी अंदर की ओर खींचना है और दूसरे नथुने से पूरा पानी बाहर निकाल देना है।
यह क्रिया एक-एक करके दोनों नथुने (दाएं और बाएं) से करनी है। आजकल तो बाजार में
JAL NETI स्पेशल बर्तन भी आ गए हैं। जिनमें केतलीनुमा विशेष आकार की नोकदार टोटी होती है, यह नाक के नथुनों में आसानी से फिट हो जाती है। इन बर्तनों से जल-नेति क्रिया करना और भी आसान हो गया है।
Ayurveda और योग शास्त्र के जानकारों का कहना है कि जल-नेति से ना सिर्फ नाक की गंदगी और श्वसन नलिका की सफाई होती है, वरन इससे अस्थमा और माइग्रेन जैसी बीमारियों पर भी काबू पाया जा सकता है।
तो आइए रोजाना योग आसन के साथ जल-नेति भी कीजिए और बिना रुकावट के श्वासाश्वास के साथ ही अच्छी सेहत के मालिक बनिए।