लोकसभा चुनाव में गठबंधन की हार के बाद सरकार के गिरने की अटकलें शुरू होने के बाद कुमारस्वामी ने सरकार के भविष्य और आगे की रूप-रेखा तय करने के लिए अनौपचारिक बैठक बुलाई। बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनावों परिणाम के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए यह बैठक बुलाई थी। इसमें देशभर के चुनाव परिणामों के साथ-साथ प्रदेश के परिणामों पर भी चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय चुनाव था और प्रदेश सरकार से इसका कोई सरोकार नहीं है। चुनाव में कांग्रेस व जद-एस की हार के बावजूद गठबंधन सरकार चलती रहेगी। सरकार को अस्थिर करने की भाजपा की कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी। गठबंधन के दोनों घटक दलों के सभी विधायक और मंत्रियों ने कुमारस्वामी के नेतृत्व में भरोसा जताया है। सरकार की स्थिरता को कोई खतरा नहीं है और विधायकों में असंतोष नहीं है।
इस्तीफा देने का सवाल नहीं
परमेश्वर ने विपक्ष के नेता बीएस येड्डियूरप्पा की मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा नेता सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं और उनके इन प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे। परमेश्वर ने यह भी बताया कि गठबंधन सरकार में कांग्रेस के मंत्री भी समन्वय समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या से अलग से मिले थे। उन्होंने जद-एस के साथ बने रहने और राज्य की जनता को अच्छा प्रशासन देने का निर्णय किया है।
कुछ नहीं बोले सीएम कुमारस्वामी
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी इस दौरान परमेश्वर के साथ मौजूद थे लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। मीडिया ने मुख्यमंत्री की चुप्पी और कुछ नहीं बोलने पर सवाल किया तो परमेश्वर ने कहा कि कैबिनेट मीटिंग के बारे में हमेशा कोई मंत्री ही बयान देता है। यही परंपरा रही है। लेकिन जब सीएम की मौजूदगी के बावजूद कुछ नहीं बोलने पर सवाल हुआ तो संवाददाता सम्मेलन उसी वक्त खत्म कर दिया गया।