स्थानीय पार्षद पुर्णिमा रमेश के मुताबिक यहां से उत्पादित बिजली का उपयोग संजीवनी तथा धन्वंतरी उद्यान की सिंचाई तथा एक किलोमीटर लंबी स्ट्रीट लाइट के लिए किया जाएगा। बाद में यहां 25 किलोवाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा।
इस कारण सिंचाई तथा स्ट्रीट लाइट के लिए मासिक 38 हजार रुपए की बचत होगी। यहा पहले ही गीले कचरे स 50 किलोवाट बिजली उत्पादन करनेवाली इकाई स्थापित की गई है। इस बिजली से यहां से 7 उद्यानों की सिंचाई तथा तीन किलोमीटर लंबी सड़कों की स्ट्रीट लाइट के लिए किया जा रहा है, जिससे मासिक 1 लाख 75 हजार बिजली शुल्क की बचत हो रही है।
इस माह के अंत तक इस वार्ड में में प्राकृतिक गैस से 250 किलोवाट बिजली उत्पादन करने वाली दूसरी इकाई स्थापित की जा रही है। इससे बिजली शुल्क की काफी बचत होगी।