एक अच्छे व्यक्ति का काम स्वार्थ से परे होता है। यह अलग बात है कि आज अच्छाई से ज्यादा महत्व सफलता को मिलता जा रहा है। नैतिकता एवं जीवन मूल्यों की विरासत धुंधली पडऩे लगी है।
फिर भी अच्छाई सदैव ऊपर ही रहेगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बेहद मुश्किल समय में भी अच्छाई का साथ नहीं छोड़ते, चाहे उन्हें असफल ही क्यों न होना पड़े। इसलिए कहा गया है कि अनंत काल का लक्ष्य लेकर चलेंगे, तब कहीं अच्छे मनुष्य का निर्माण हो सकेगा।