मैसूरु, तुमकूरु नगर निगम सहित 30 से अधिक शहरी निकाय में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। इन दोनों नगर निगमों सहित राज्य के कुल 24 नगर निकायों में कांग्रेस व जद-एस के बीच गठबंधन होने पर सत्ता हासिल हो सकती है। कुमारस्वामी ने दोनों दलों के बीच गठजोड़ के मसले पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के.सी. वेणुगोपाल तथा प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव के साथ सत्ता के बंटवारे पर बातचीत की है।
बेंगलूरु. राज्य सरकार ने छोटे व्यापारियों के लिए शुरू की जा रही है ‘बड़वरा बंधु’ योजना में किसान व कृषि श्रमिकों को भी जोडऩे की तैयारी की है। यह योजना अल्पावधि के ऋण मुहैया करवाएगी।
गुरुवार शाम हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद भी कुमारस्वामी ने अधिकारियों व मंत्रियों के बाहर जाने के बाद उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर के साथ इस संबंध में चर्चा की। बातचीत के दौरान कुमारस्वामी ने परमेश्वर से कहा कि इन दो नगर निगम को छोडक़र शेष अधिकतर निकाय में हम कांग्रेस को सत्ता देने के लिए तैयार हैं। बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका में हम पिछले चार साल से कांग्रेस को समर्थन देते आ रहे हैं और अगले महापौर के चुनाव में भी जारी रखेंगे।
आंकड़ों के लिहाज से भी दोनों निगम में जद-एस का संख्या बल कांग्रेस से अधिक है। हालांकि मैसूरु में 65 वार्ड में से 18 सीटें मिली हैं। बसपा के एक सदस्य तथा विधानसभा व विधान परिषद के सदस्यों की गणना की जाए तो जद-एस कांग्रेस से आगे हैं।
सूत्रों का कहना है कि की तुमकूरु नगर निगम के के बारे में उपमुख्यमंत्री परमेश्वर ने हामी भरी है, परंतु मैसूरु के मामलों में विदेश यात्रा पर गए सिद्धरामय्या के साथ विचार विमर्श करने की बात कही है।