जेके ग्राउंड पर महिला एवं बाल दशहरा उप समिति द्वारा आयोजित महिला दशहरा प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं अवसरों से वंचित रहेंगी तो हम महिला सशक्तिकरण कैसे प्राप्त कर सकते हैं? उन्हें रोजगार मिलना चाहिए और जीवन में समृद्धि आनी चाहिए। यह राज्य सरकार का लक्ष्य भी है।
सरकार ने महिलाओं के लाभ के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। हमने उनके द्वारा उत्पादित उत्पादों के लिए एक बाजार तैयार किया है और यह बाजार हमें बाहरी राज्यों से अच्छे उत्पादों को लाने में सक्षम बनाता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह हमारे राज्य से महिला उत्पादित उत्पादों को अन्य राज्यों में भी भेजता है। महिलाओं को इस क्षेत्र में प्रशिक्षित होना चाहिए। पूरे साल किए गए हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शनी में प्रदर्शन किया जाता है। प्रदर्शनी में बीदर, चमराजनगर, कारवार, कोलार आदि जिलों से महिलाएं भाग ले रही हैं।
— कुवेम्पु के घर की प्रतिकृति आकर्षण का केंद्र
दशहरा महोत्सव को लेकर कन्नड़ कवि एवं ज्ञानपीठ विजेता कुवेम्पू के घर की प्रतिकृति आगंतुकों को सर्वाधिक आकर्षित कर रही है। शिवमोग्गा जिले के कुप्पल्ली स्थित कुवेम्पु की जन्म स्थली की यहां प्रतिकृति बनाई गई है। कुवेम्पु के गांव जाकर उनकी जन्म स्थली देखने से जो लोग वंचित रह गए हैं, उनके लिए प्रतिकृति को देखना बेहतर अनुभव है। इसलिए बड़ी संख्या में यह प्रतिकृति लोगों को आकर्षित कर रही है। प्रतिकृति में मकान में प्रवेश करते ही कुवेम्पु एक कुर्सी पर बैठे दिखते हैं। रामदर्शन की किताब जिसके लिए उन्हें ज्ञानपीठ मिला था, वह भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।
दशहरा महोत्सव को लेकर कन्नड़ कवि एवं ज्ञानपीठ विजेता कुवेम्पू के घर की प्रतिकृति आगंतुकों को सर्वाधिक आकर्षित कर रही है। शिवमोग्गा जिले के कुप्पल्ली स्थित कुवेम्पु की जन्म स्थली की यहां प्रतिकृति बनाई गई है। कुवेम्पु के गांव जाकर उनकी जन्म स्थली देखने से जो लोग वंचित रह गए हैं, उनके लिए प्रतिकृति को देखना बेहतर अनुभव है। इसलिए बड़ी संख्या में यह प्रतिकृति लोगों को आकर्षित कर रही है। प्रतिकृति में मकान में प्रवेश करते ही कुवेम्पु एक कुर्सी पर बैठे दिखते हैं। रामदर्शन की किताब जिसके लिए उन्हें ज्ञानपीठ मिला था, वह भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।