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बांसवाड़ा

बांसवाड़ा.जोडऩे का नही, छोडऩे का संदेश देता है तप कल्याणक

बांसवाड़ा. शहर में आचार्य 108 आदिसागर अंकलीकर छात्रावास के अन्तर्गत 1008 मुनि सुव्रतनाथ भगवान जिन बिम्ब पंच कल्याणक एवं गुरु मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत शनिवार को तप कल्याणक मनाया गया। इसमें तीर्थंकर प्रभु मुनि सुव्रतनाथ ने बाल्य अवस्था से राजकुमार अवस्था प्राप्त की।

बांसवाड़ाJan 19, 2020 / 12:27 am

Varun Bhatt

बांसवाड़ा.जोडऩे का नही, छोडऩे का संदेश देता है तप कल्याणक

बांसवाड़ा.जोडऩे का नही, छोडऩे का संदेश देता है तप कल्याणक

बांसवाड़ा. शहर में आचार्य 108 आदिसागर अंकलीकर छात्रावास के अन्तर्गत 1008 मुनि सुव्रतनाथ भगवान जिन बिम्ब पंच कल्याणक एवं गुरु मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत शनिवार को तप कल्याणक मनाया गया। इसमें तीर्थंकर प्रभु मुनि सुव्रतनाथ ने बाल्य अवस्था से राजकुमार अवस्था प्राप्त की। इससे पूर्व उनकी बाल क्रीड़ा का चित्रण किया गया। इस दौरान आचार्य सुनील सागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि खेलना जरूर, लेकिन किसी के जीवन के साथ कभी मत खेलना। यह जीवन भी एक खेल है, जो जीत गया वो पार हो गया एवं जो हार गया वो डूब गया। उन्होंने कहा कि मोक्ष मार्ग जोडऩे का नही, छोडऩे का मार्ग है। तप कल्याणक भी यही संदेश देता है। इधर, महोत्सव के तहत सुबह जिनाभिषेक एव नित्यार्चन , सवा आठ बजे बाल क्रीड़ा, दोपहर में राज्याभिषेक, वैराग्य दर्शन, तीर्थंकर महाराज का गृह त्याग, दीक्षा विधि संस्कार, तप कल्याणक सहित अन्य प्रसंग हुए। रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए।
ज्ञान कल्याणक आज

महोत्सव के तहत रविवार को ज्ञान कल्याणक मनाया जाएगा। सुबह जिनाभिषेक होगा। साढ़े आठ बजे प्रवचन होंगे। साढ़े नौ बजे तीर्थंकर महामुनिराज आहारचर्या, साढ़े दस बजे विमान शुद्धि, कलश यात्रा मंदिर, वेदी संस्कार, वास्तु पूजा व हवन, दोपहर में केवलज्ञान संस्कार क्रिया, अधिवासना, नयनोन्मीलन सूरीमंत्र, केवलज्ञान पूजा हवन, 46 दीप से आरती सहित अन्य कार्यक्रम होंगे।
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