लहसुन भी सौ रुपए पार
व्यापारियों ने बताया कि इस वर्ष लहसुन के भाव में भी काफी तेजी है। 25 से 30 रुपए प्रति किलो बिकने वाली लहसुन इस वर्ष अब 100 और 110 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुका है।
यह है मध्यप्रदेश की स्कीम
मध्यप्रदेश के कई इलाकों में फरवरी-मार्च से प्याज की अच्छी पैदावार रही है। इसके चलते दाम गिरकर खंडवा समेत कई मंडियों में किसानों को प्याज का दाम 2 रुपए किलो तक मिला, जबकि बुवाई से लेकर निकलवाई तक 10 रुपए प्रति किलो तक का खर्च आया। इसके चलते किसानों ने प्याज फेंककर उस पर गाडिय़ों के चक्के चलवाए। मुख्यालय पर नगर निगम के बाहर शहरवासियों को मुफ्त में प्याज भी बांटा। प्रदेशभर में किसानों का आक्रोश बढ़ा, तो प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री प्याज प्रोत्साहन योजना लागू कर दी। योजना में प्याज के दाम 800 रुपए प्रति क्विंटल तय किए गए। साथ ही तय किया गया जिस पंजीकृत किसान का प्याज इससे कम दाम में बिकता है, तो अंतर की राशि राज्य सरकार उसके खाते में जमा करेगी। इसके साथ ही व्यवस्था दी गई कि जो व्यापारी किसानों से प्याज 800 रुपए क्विंटल या इससे ज्यादा कीमत पर खरीदेंगे, उन्हें सरकार अनुदान देगी। इसका असर बांसवाड़ा में अभी से है।
रतलाम में क्विंटल पर सौ रुपए का इजाफा, तो यहां चढ़ गया डेढ़ सौ रुपए
योजना से रतलाम में जहां थोक में प्याज के दाम एक रुपए प्रति किलो किसानों ने बढ़ा दिए, तो बांसवाड़ा में इससे डेढ़ रुपए प्रति किलो के हिसाब से भाव तेज हो गया। स्थानीय थोक व्यापारी प्रेमशंकर मेहता ने बताया कि 23 मई से ही भावों में तेजी आई है और एक दिन में भाव प्रति क्विंटल डेढ़ सौ रुपए तक बढ़ गए। पहले यहां उम्दा प्याज 8 रुपए किलो तक बिक रहा था, वही प्याज अब 11.50 से 12 रुपए प्रति किलो के हिसाब से प्राप्त हो रहा है।
प्याज की आवक खूब
जानकारों की मानें, तो इस वर्ष प्याज की आवक में कोई कमी नहीं है। रतलाम, सैलाना मंडियों में किसान प्याज लेकर हर दिन पहुंच रहे हैं। भरपूर आवक होने के बाद भी प्याज के दाम में तेजी सरकार की योजना से आ गई है।