ग्रामीणों का ये आरोप
विद्यालय से समय से पोषाहार उपस्थिति के मैसेज तक नहीं किए जा रहे। ग्रामीण, तजेंग पाटीदार, हरीश पाटीदार, कमला देवी पाटीदार ने बताया कि शिक्षकों ने समय बांट रखा है। एक आता और दूसरा चला जाता है। विभागीय अधिकारियों को फोन पर शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बच्चों को पोषाहार समय पर नहीं परोसा जाता। दूध में देरी पर सवाल किया तो बताया कि अब पिलाएंगे। थैली में तीन लीटर दूध पड़ा था। बच्चे छत पर अध्ययन करते नजर आए। विद्यालय भूमि पर अतिक्रमण है। इस मामले में संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी महेन्द्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि पहले भी ग्रामीणों से शिकायत मिली थी हमने शिक्षक हटवाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। दो को हटा दिया जाएगा। दो ही रहेंगे। बात 18 इन्टर्नशिप शिक्षकों की है सभी लोकल है। ऐसे में और कोई वहां विद्यालय नहीं होने से उन्हें वहां लगाया गया है।
विद्यालय से समय से पोषाहार उपस्थिति के मैसेज तक नहीं किए जा रहे। ग्रामीण, तजेंग पाटीदार, हरीश पाटीदार, कमला देवी पाटीदार ने बताया कि शिक्षकों ने समय बांट रखा है। एक आता और दूसरा चला जाता है। विभागीय अधिकारियों को फोन पर शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बच्चों को पोषाहार समय पर नहीं परोसा जाता। दूध में देरी पर सवाल किया तो बताया कि अब पिलाएंगे। थैली में तीन लीटर दूध पड़ा था। बच्चे छत पर अध्ययन करते नजर आए। विद्यालय भूमि पर अतिक्रमण है। इस मामले में संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी महेन्द्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि पहले भी ग्रामीणों से शिकायत मिली थी हमने शिक्षक हटवाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। दो को हटा दिया जाएगा। दो ही रहेंगे। बात 18 इन्टर्नशिप शिक्षकों की है सभी लोकल है। ऐसे में और कोई वहां विद्यालय नहीं होने से उन्हें वहां लगाया गया है।