नमूना एक : गलत कर दिया दर्ज खाता नंबर
पीएम लघु एवं सीमांत सम्मान निधि योजना में 5 मार्च 2019 को ई मित्र के मार्फत आवेदन किया था। इसमें मेरे खाते में सम्मान निधि की राशि जमा नहीं हुई तो मैंने ई-मित्र से जानकारी ली जहां से बताया गयाा कि इसमें बैंक खाता नंबर गलत दर्ज हुआ है। जिस खाते में उसकी राशि जमा हुई, उस खाते की जानकारी बैंक से ली तो उस खाते में राशि जमा होना पाई गई। अब खाते में संशोधन न तो ई मित्र पर हो रहा और नहीं तहसील स्तर पर। अब कलक्टर से सही बैंक खाते में राशि स्थानांतरण की गुहार लगाई है।
किसान- लक्ष्मण पुत्र हरदार गरासिया आयु 64 वर्ष,
निवासी – लोहारिया
नमूना दो : आईएफएससी कोर्ड ही गलत दर्ज
योजना में 2 मार्च 2019 को ई-मित्र के मार्फत आवेदन किया था, लेकिन खाते में राशि नहीं आई। ई-मित्र से जानकारी ली तो इसमें पाया कि उसका जिस बैंक में खाता है उस बैंक का आईएफएससी कोड गलत अंकित है। इससे उसके खाते में निधि राशि जमा नहीं हुई। इसके लिए मैंने ई-मित्र पर संशोधन करने को कहाा लेकिन पोर्टल पर संशोधन का कोई विकल्प नहीं होने से संशोधन नहीं हो रहा है। अब कलक्टर से त्रुटि संशोधन की गुहार लगाई है।
किसान: जवाहरलाल पुत्र नाथू कलासुआ
निवासी: लोहारिया
उम्र: 68 वर्ष
ऐसे और भी कई है पीडि़त
इसी प्रकार गुलाबराम पुत्र धीरजी कलसुवा उम्र 37 वर्ष निवासी लोहारियापाड़ा, प्रभु पुत्र पोजा उम्र 37 निवासी ग्राम भगोरा तहसील गढ़ी, हंती पुत्र पन्ना कलसुवा उम्र 38 निवासी लोहारियापाड़ा आदि सैकड़ों किसान ऐसे ही समस्याओं से परेशान है। जिसके चलते उन्हें पीएम सम्मान निधि योजना की राशि नहीं मिल रही है।
पीएम सम्मान निधि योजना के लिए किसानों को चार प्रकार के दस्तावेज लगाने होते हैं। जिनमें भामाशाह कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की प्रति और स्वयं के हक की जमीन की जमाबंदी की नकल देनी होती है। साथ ही ई-मित्र के डोंगल पर अंगूठे का निशान ऑनलाइन हस्ताक्षर के लिए देना होता है। जिसके बाद आवेदन अप्रूव्ड किया जाता है।
पोर्टल पर नहीं विकल्प