ब्लॉक स्तर से हजारों श्रमिकों के पंजीयन लंबित होने का मामला विगत दिनों जिला परिषद की बैठक में भी उठा था। बड़ी संख्या में पंजीयन लंबित होने पर बागीदौरा विधायक महेंद्रजीतसिंह मालवीया ने यह भी कहा था कि 90 दिन की उपस्थिति विकास अधिकारी प्रमाणित कराएं ताकि पंजीयन शीघ्र संभव हो सके।
जानकारी के अनुसार राज्य सरकार की ओर से उच्च स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल के बाद अधिकारी बदले तो उन्होंने पुरानी व्यवस्था को बदल दिया। ब्लॉक की बजाय जिला मुख्यालय पर ही श्रम विभाग को श्रमिक पंजीयन करने के निर्देश दे दिए गए। इससे पंजीयन का कार्य और लंबित हो गया है। ब्लॉक स्तर पर 11 आईडी होने पर श्रमिक पंजीयन समय-समय पर हो रहा था, लेकिन जिला स्तर पर श्रम विभागीय कार्यालय में एक ही एसएसओ आईडी से अब पंजीयन हो रहा है। ऐसे में ब्लॉक स्तर से प्राप्त हुए लंबित आवेदनों की पंजीयन की रफ्तार धीमी हो गई है। जिले में करीब 39 हजार आवेदन अब भी लंबित हैं।
पुरानी व्यवस्था बंद होने से वर्तमान में ई-मित्र से आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। कई बार कमी होने पर आवेदन लौटाना भी पड़ता है। एसएसओ आईडी भी अब एक ही है। ऐसे में जिस तेजी से पंजीयन होना चाहिए, वह नहीं हो पा रहा है।
कुलदीप सिंह शक्तावत, श्रम निरीक्षक बांसवाड़ा