पेट दर्द का इलाज कराने क्लिनिक पर गई महिला, जांच के बहाने अंदर ले जाकर झोलाछाप डाक्टर ने किया बलात्कार इस पर ढोल बजा तो गांव के लोग एकत्रित हो गए और उन्होने संदिग्धों को दबोच लिया। इसकी सूचना पर रात में ही मोटागांव एवं लोहारिया थाना पुलिस पहुंची। मौके से संदिग्धावस्था में घूमने के आरोप में जयपुर निवासी दिनेश पुत्र रामदयाल, भीलवाड़ा निवासी त्रिलोक सिंह पुत्र नेतसिंह रावत, झालावाड़ निवासी दिनेश पुत्र सालकराम, जयपुर निवासी दिवराज पुत्र गिरधारी लाल, झालावाड़ निवासी सुनील पुत्र पूरणमल, जोधपुर निवासी योगेश्वर पुत्र राम प्रकाश को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के हत्थे चढ़े युवकों ने बताया कि वे एक कंपनी में फाइनेंस का कार्य करते हैं। यहां दूदका में उन्होंने किसी को फाइनेंस किया था जिसे वे तलाश रहे थे।
‘शिव-पार्वती’ के भेष में बैठे बहरूपियों को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर पीटा सातवां मामलाइससे पूर्व 28 अगस्त को सदर थाना इलाके के चिडिय़ावासा एवं बडग़ांव तथा लोहाािरया थाना इलाके के भीमपुर गांव में बच्चा चोर की अफवाह को लेकर नौ जनों के साथ मारपीट हुई थी। 27 तारीख को पालोदा में बच्चा चोर की अफवाह आई थी। एक सितंबर को कलिंजरा इलाके में इसी तरह की वारदात सामने आई थी। सबसे पहले पाटन थाना इलाके के बड़ी सरवा में तीन जनों के बाजार में घूमने की चर्चा आई थी। इस पर ग्रामीणों को उनको बच्चा चोर समझकर पकड़ा था। बहरूपियों एवं राहगीरों से मारपीट की वारदात के बाद पुलिस ने जिलेभर में लोगों को यह आगाह किया था कि किसी भी तरह की अफवाह में नहीं पड़ें और कानून को हाथ में न लें। मारपीट में लिप्त करीब सात-आठ जनों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है।