मनीषा करती है परिवार का भरण पोषण
जिला परिषद सदस्य नरसिंग निनामा ने बताया की मनीषा के कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है। मनीषा के सिर से बचपन में ही पिता का साया उठ गया। जैसे- जैसे मनीषा बड़ी हुई उसके कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी का बोझ बढ़ता गया। घर में मां और दो छोटे भाई के भरण पोषण के लिए वो खुद काम करने लगी। लेकिन पढ़ाई में लगन के कारण उसे पढ़ाई भी जारी रखी। निनामा ने बताया कि उसने सेंटर बांसवाड़ा में पडऩे की उम्मीद थी, लेकिन जयपुर सेंटर आने से वो परेशान हो गई थी।
बहुत मेहनत की
मनीषा ने बताया कि रीट परीक्षा के लिए उसने काम के साथ पढ़ाई भी की। रीट में पास होने के लिए उसने जीतोड़ पढ़ाई की। उसने बताया कि पूरा प्रयास है कि वो परीक्षा में सफल हो और नौकरी पा कर दोनों भाइयों का जीवन सुधार सके।