घर-घर बटेगा पुष्टाहार स्वस्थ होगा समाज जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया पोषाहार इसलिए बच्चों को दिया जाता है। ताकि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े व कुपोषण से दूर रह सके। इस समय कोराना की दहशत है इसलिए बच्चों को पोषाहार देना आवश्यक हो जाता है। या पोषाहार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिकाओं 07, 10, 13, 16, 20 और 22 अप्रैल को घर-घर जाकर बाटेंगी। उन्होने बताया बाल पुष्टाहार विभाग अब घर-घर पुष्टाहार पहुंचाएगा। ताकि पौष्टिक आहार लेकर महिलाएं और बच्चे स्वस्थ हो सके। इस पुष्टाहार में वह वह सारे तत्व मौजूद रहते जो शरीर में आवश्यकता होती है। यह पोषाहार कुपोषण दूर कर स्वस्थ शरीर करने में सक्षम है। पोषाहार का वितरण कार्य आज से शुरू कर दिया गया है। जिले में लगभग 4 लाख से अधिक पोषाहार के लाभार्थी हैं। प्रति लाभार्थी एक पैकेट यानी एक किलो देना है। इस पोषाहार से लड्डू, बर्फी, हलवा, दलिया, मीठी पूड़ी बनाए जा सकते हैं।
विभाग के निदेशक शुत्रुघ्न सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस का खतरा उनको ज्यादा रहता है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लाभार्थियों के घर तक पुष्टाहार पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। इसके लिए यह भी जरूरी है कि इस कार्य से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भी इस दौरान पूरी तरह से सतर्कता बरतें। पोषाहार के वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंशिंग का भी पालन करें।
घर-घर पहुंचाएंगी जरूरी सन्देश पुष्टाहार वितरण के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिका कोरोना वायरस को हराने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी लोगों को जागरूक करेंगी। जो इस प्रकार हैं-