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बाराबंकी

कहीं ये बिचौलियों और अधिकारियों की सांठगांठ तो नहीं? कैमरे में कैद हुई बंद कमरे की बैठक

बाराबंकी मुख्यालय के एक रेस्टोरेन्ट के बन्द कमरे में एक अजीब नजारा देखने को मिला। यहां जिले के राइस मिलर्स के मालिक बाराबंकी के डिप्टी आरएमओ सन्तोष द्विवेदी के साथ बन्द कमरे में गोपनीय बैठक करते दिखाीई पड़े।

बाराबंकीNov 25, 2020 / 01:17 pm

नितिन श्रीवास्तव

कहीं ये बिचौलियों और अधिकारियों की सांठगांठ तो नहीं? कैमरे में कैद हुई बंद कमरे की बैठक

कहीं ये बिचौलियों और अधिकारियों की सांठगांठ तो नहीं? कैमरे में कैद हुई बंद कमरे की बैठक

बाराबंकी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी भी कीमत पर किसानों का अहित न होने का फरमान अधिकारियों को सुना चुके हैं। मगर उनके अधिकारी बिचौलियों का हित साधने में जुटे हुए हैं। बाराबंकी में किसान लगातार राईस मिलर्स और अधिकारियों के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते रहे हैं। आज जो दिखा वह किसानों के इस आरोप को मजबूत करता ही है, साथ ही मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां भी उड़ाने की बात को भी बल देता है। क्योंकि यहां एक रेस्टोरेन्ट के बन्द कमरे में जिले के खाद्य विपणन अधिकारी रईस मिलर्स के साथ गोपनीय बैठक करते दिखाई देते हैं और जब यह बैठक कैमरे में कैद हुई तो उन्होंने बहाने बनाते हुए कहा कि यहां एक बर्थडे पार्टी चल रही है। लेकिन जब किसान वहां पहुँच गए तब उन्होंने कहा कि धान की गुणवत्ता को लेकर राइस मिलर्स के साथ मीटिंग कर रहे हैं। कुछ भी हो लेकिन पल-पल बदलते बयानों से एक बात तो साफ है कि दाल में कुछ काला जरूर है।
गोपनीय बैठक कैमरे में कैद

बाराबंकी मुख्यालय के एक रेस्टोरेन्ट के बन्द कमरे में एक अजीब नजारा देखने को मिला। यहां जिले के राइस मिलर्स के मालिक बाराबंकी के डिप्टी आरएमओ सन्तोष द्विवेदी के साथ बन्द कमरे में गोपनीय बैठक करते दिखाीई पड़े। उनसे जब बैठक का विषय जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बहाना बनाते हुए कहा कि यहां बैठक नही बल्कि बर्थडे पार्टी चल रही है। मगर जैसे ही किसानों को इस गोपनीय बैठक की भनक लगी और वह हंगामा करने लगे तो इनके सुर बदल गए और कहा कि धान की गुणवत्ता को लेकर राइस मिलर्स के साथ बैठक हो रही है। किसानों के धान क्यों रिजेक्ट किये जा रहे हैं, यह गम्भीर विषय है और इसी को लेकर वह लोग चर्चा कर रहे हैं। बाराबंकी के किसानों ने कई बार पहले ही अधिकारियों और राइस मिलर्स के साथ सांठगांठ होने का आरोप लगा चुके हैं।
घाटे में राईस मिल

गोपनीय बैठक में भाग ले रहे राइस मिलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अमूल सिंह ने बताया कि सरकार की पॉलिसी है कि हाईब्रिड धान एक सीमित मात्रा में ही खरीदा जाएगा, लेकिन सरकार यह सर्वे करवा ले कि यहां 100 प्रतिशत हाईब्रिड धान पैदा होता है। एफसीआई से किसानों के धान रिजेक्ट हो रहे हैं। इन्ही समस्याओं को लेकर यहां चर्चा हो रही है। जहां तक राइस मिलर्स को लाभ पहुंचाने की बात है तो वह स्वयं परेशान हैं और रईस मिल बन्दी की कगार पर हैं। जहां जिले में 250 से ज्यादा मिले होती थीं, वहां अब 60 ही बची हैं और वह भी घाटे पर चल रही हैं।
धान खरीद नहीं होगी प्रभावित

गोपनीय बैठक में पहले बर्थडे पार्टी का बहाना बनाने वाले बाराबंकी के डिप्टी आरएमओ सन्तोष द्विवेदी ने बताया कि एफसीआई पर धान का रिजेक्ट होना बड़ी समस्या है और इसी को लेकर यहां बैठक हुई है। कल वह एफसीआई जाकर देखेंगे कि आखिर धान क्यों रिजेक्ट हो रहे हैं। जिले में धान की खरीद कतई प्रभावित नहीं होगी।
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